"ऐल्कोहॉल": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Alcohol general.svg|180px|thumb|right|अल्कोहल के अणु में उपस्थित हाइड्रॉक्सिल (OH) [[क्रियात्मक समूह]]]] |
[[चित्र:Alcohol general.svg|180px|thumb|right|अल्कोहल के अणु में उपस्थित हाइड्रॉक्सिल (OH) [[क्रियात्मक समूह]]]] |
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अल्कोहल :-कार्बनिक यौगिक से एक या एक से अधिक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन एक या एक से अधिक -O-H समूह द्वारा कर दिया जाए तो बनने वाले यौगिक अल्कोहल कहलाते है । यौगिक मे उपस्थित -OH समूह की संख्या के आधार पर इसे चार भागो मे बाँटा गया है । |
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'''अल्कोहल''' या '''सुषव''' वे [[कार्बनिक यौगिक]] हैं जिनमें एक या एक से अधिक -OH [[क्रियात्मक समूह]] होते हैं। |
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1. मोनो हाइड्रिक अल्कोहल |
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2. डाइ हाइड्रिक अल्कोहल |
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== उद्योग में ऐल्कोहल == |
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3. ट्राई हाइड्रिक अल्कोहल |
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उद्योग में [[मेथिल एल्कोहल]] तथा [[एथिल एल्कोहल]] का प्रमुख स्थान है। कुछ समय पहले तक व्यापारिक मात्रा में मेथिल ऐल्कोहल केवल लकड़ी के शुष्क आसवन द्वारा ही प्राप्त किया जाता था। इस विधि में लकड़ी को लोहे के बड़े-बड़े बकयंत्रों (रिटॉर्टों) में, जिनमें शीतक लगे रहते हैं, हवा की अनुपस्थिति में ५००° सेंटीग्रेड पर गर्म करने से निम्नलिखित पदार्थ बनते हैं : |
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4. पॉली हाइड्रिक अल्कोहल |
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*(क) '''काष्ट गैंस''' यह गैसों का मिश्रण तथा एक उपयोगी ईधंन है। इसमें मिथेन, कार्बन मोनोक्साइड और हाइड्रोजन की मात्रा अधिक तथा एथेन, अथिलीन और ऐसिटिलीन की मात्रा कम होती है। |
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1. मोनो हाइड्रिक अल्कोहल :- जब कार्बनिक यौगिक से एक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन एक -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो इससे प्राप्त अल्कोहल मोनो हाइड्रिक अल्कोहल कहलाती है । इसे जल का मोनो एल्किल व्युत्पन्न माना जाता है। इसका सामान्य सूत्र CnH2n+1OH है। |
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इसे तीन भागो मे बाँटा गया है :- 1. प्राथमिक अल्कोहल :- जब प्राथमिक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो प्राथमिक अलकोहल बनता है । जैसे :- मेथेनॉल । |
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*(ख) '''एक द्रव-स्रव''' (डिस्टिलेट) जो स्थिर होने पर दो परतों में अलग हो जाता है। ऊपरवाले द्रव परत को पाइरोलिगनस अम्ल कहते है; इसमें ऐसिटिक अम्ल १०% तक, मेथिल ऐल्कोहल २ से ४% तक तथा अन्य पदार्थ, जैसे ऐसिटोन आदि अति न्यूना मात्रा में होते हैं। नीचे की काली परत को काष्ट तारकोल कहते हैं; इसमें फिनोल श्रेणी के तथा कुछ दूसरे यौगिक रहते हैं। |
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2. द्वितीयक अल्कोहल :- जब द्वितीयक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो द्वितीयक अल्कोहल बनता है । जैसे :- 2-प्रोपेनॉल |
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3. तृतीयक अल्कोहल :- जब तृतीयक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो तृतीयक अल्कोहल बनता है । जैसे :- 2-मेथिल प्रोपेन 2-ऑल । |
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*(ग) '''[[लकड़ी का कोयला]]''' जो बकयंत्रों से बच रहता है। |
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पाइरोलिगनस अम्ल में से अम्ल कैल्सियम ऐसिटेट के रूप में अलग कर लिया जाता है; अब जो द्रव बच रहता है उसमें से चूने की बरी द्वारा [[ऐसीटोन]] अलग कर लेते हैं। इस काष्ट स्पिरिट में शुद्ध मेथिल ऐल्कोहल ७० से ८०% तक होता है। इस विधि में व्यय अधिक तथा ऐल्कोहल की प्राप्ति कम होती है। अत: उद्योग के लिए ऐल्कोहल संश्लेषण विधि द्वारा तैयार करते हैं। पचास या इससे अधिक वायुमंडल दाब पर जल-गैस को किसी उपयुक्त उत्प्रेरक (ज़िंक आक्साइड+क्रोमियम आक्साइड; या ज़िंक आक्साइड+ताम्र आक्साइड) के साथ ४००° सें. पर गर्म करने से मेथिल ऐल्कोहल बनता है। |
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मेथिल ऐल्कोहल तीव्र विषैला पदार्थ है। अत: इसका मुख्यतम उपेयाग एथिल ऐल्कोहल को अपेय बनाने के लिए होता है। [[लाह]] और [[रेज़िन]] के लिए, जिनका उपयेग वार्निश तथा पॉलिश के उद्योग में होता है यह एक उपयुक्त विलेयक है। इसका आक्सीकरण करने से फार्मैलिल्डऐमाइन, कृत्रिम रंग, औषधि तथा सुगंधित पदार्थों के निर्माण में भी इसका अधिक उपयोग होता है। |
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== प्रमुख अल्कोहॉल == |
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! रासायनिक सूत्र |
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! [[IUPAC]] Name |
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! प्रचलित नाम |
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| style="text-align:center;" colspan="3"|''Monohydric alcohols'' |
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|CH<sub>3</sub>OH |
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|[[मेथेनॉल]] |
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|Wood alcohol |
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|C<sub>2</sub>H<sub>5</sub>OH |
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|[[एथनॉल]] |
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|Alcohol |
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|C<sub>3</sub>H<sub>7</sub>OH |
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|[[Isopropyl alcohol]] |
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|Rubbing alcohol |
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|C<sub>4</sub>H<sub>9</sub>OH |
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|[[Butyl alcohol]] |
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|Butanol |
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|C<sub>5</sub>H<sub>11</sub>OH |
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|Pentanol |
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|[[Amyl alcohol]] |
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|C<sub>16</sub>H<sub>33</sub>OH |
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|Hexadecan-1-ol |
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|[[Cetyl alcohol]] |
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| style="text-align:center;" colspan="3"|''Polyhydric alcohols |
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|C<sub>2</sub>H<sub>4</sub>(OH)<sub>2</sub> |
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|Ethane-1,2-diol |
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|[[Ethylene glycol]] |
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|C<sub>3</sub>H<sub>6</sub>(OH)<sub>2</sub> |
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|Propane-1,2-diol |
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|[[Propylene Glycol]] |
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|C<sub>3</sub>H<sub>5</sub>(OH)<sub>3</sub> |
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|Propane-1,2,3-triol |
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|[[Glycerol]] |
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|C<sub>4</sub>H<sub>6</sub>(OH)<sub>4</sub> |
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|Butane-1,2,3,4-tetraol |
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|[[Erythritol]], [[Threitol]] |
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|C<sub>5</sub>H<sub>7</sub>(OH)<sub>5</sub> |
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|Pentane-1,2,3,4,5-pentol |
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|[[Xylitol]] |
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|C<sub>6</sub>H<sub>8</sub>(OH)<sub>6</sub> |
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|Hexane-1,2,3,4,5,6-hexol |
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|[[Mannitol]], [[Sorbitol]] |
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|C<sub>7</sub>H<sub>9</sub>(OH)<sub>7</sub> |
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|Heptane-1,2,3,4,5,6,7-heptol |
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|[[Volemitol]] |
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| style="text-align:center;" colspan="3"|''Unsaturated [[aliphatic]] alcohols'' |
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|C<sub>3</sub>H<sub>5</sub>OH |
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|Prop-2-ene-1-ol |
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|[[Allyl alcohol]] |
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|C<sub>10</sub>H<sub>17</sub>OH |
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|3,7-Dimethylocta-2,6-dien-1-ol |
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|[[Geraniol]] |
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|- |
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|C<sub>3</sub>H<sub>3</sub>OH |
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|Prop-2-in-1-ol |
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|[[Propargyl alcohol]] |
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|- |
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| style="text-align:center;" colspan="3"|''[[Alicyclic]] alcohols'' |
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|- |
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|C<sub>6</sub>H<sub>6</sub>(OH)<sub>6</sub> |
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|Cyclohexane-1,2,3,4,5,6-hexol |
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|[[Inositol]] |
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|- |
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|C<sub>10</sub>H<sub>19</sub>OH |
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|2 - (2-propyl)-5-methyl-cyclohexane-1-ol |
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|[[Menthol]] |
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|} |
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== एथिल ऐल्कोहल == |
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मुख्य लेख '''[[एथिल एल्कोहल]]''' देखें। |
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== सन्दर्भ == |
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{{reflist}} |
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== इन्हें भी देखें == |
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* [[अल्कोहलीय ईंधन]] |
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* [[अल्कोहलीय पेय]] (Alcoholic beverage) |
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== बाहरी कड़ियाँ == |
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[[श्रेणी:अल्कोहल]] |
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[[श्रेणी:फंक्शनल समूह]] |
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[[श्रेणी:अल्कोहल|अल्कोहल]] |
10:41, 20 जून 2016 का अवतरण
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (सितंबर 2014) स्रोत खोजें: "ऐल्कोहॉल" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
अल्कोहल :-कार्बनिक यौगिक से एक या एक से अधिक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन एक या एक से अधिक -O-H समूह द्वारा कर दिया जाए तो बनने वाले यौगिक अल्कोहल कहलाते है । यौगिक मे उपस्थित -OH समूह की संख्या के आधार पर इसे चार भागो मे बाँटा गया है । 1. मोनो हाइड्रिक अल्कोहल 2. डाइ हाइड्रिक अल्कोहल 3. ट्राई हाइड्रिक अल्कोहल 4. पॉली हाइड्रिक अल्कोहल
1. मोनो हाइड्रिक अल्कोहल :- जब कार्बनिक यौगिक से एक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन एक -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो इससे प्राप्त अल्कोहल मोनो हाइड्रिक अल्कोहल कहलाती है । इसे जल का मोनो एल्किल व्युत्पन्न माना जाता है। इसका सामान्य सूत्र CnH2n+1OH है।
इसे तीन भागो मे बाँटा गया है :- 1. प्राथमिक अल्कोहल :- जब प्राथमिक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो प्राथमिक अलकोहल बनता है । जैसे :- मेथेनॉल । 2. द्वितीयक अल्कोहल :- जब द्वितीयक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो द्वितीयक अल्कोहल बनता है । जैसे :- 2-प्रोपेनॉल 3. तृतीयक अल्कोहल :- जब तृतीयक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है तो तृतीयक अल्कोहल बनता है । जैसे :- 2-मेथिल प्रोपेन 2-ऑल ।