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K2 | |
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उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 8,611 मी॰ (28,251 फीट) Ranked 2nd (1st in Pakistan) |
उदग्रता | 4,017 मी॰ (13,179 फीट) |
एकाकी अवस्थिति | 1,316 कि॰मी॰ (4,318,000 फीट) |
सूचीयन | 2nd highest 22nd most prominent Country high point Seven Second Summits |
निर्देशांक | 35°52′57″N 76°30′48″E / 35.88250°N 76.51333°Eनिर्देशांक: 35°52′57″N 76°30′48″E / 35.88250°N 76.51333°E [1] |
भूगोल | |
मातृ श्रेणी | काराकोरम |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | July 31, 1954 Achille Compagnoni Lino Lacedelli |
सरलतम मार्ग | Abruzzi Spur |
K2 पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान और चीन के झिंजियांग की सीम पर काराकोरम पर्वत श्रृंखला में स्तिथ एक चोटी है। 8611 मीटर (28,251 फीट) की ऊंचाई वाली यह चोटी माउंट एवरेस्ट के बाद पृथ्वी की दूसरी उच्चतम पर्वत चोटी है।
इतिहास
1856 में पहाड़ का पहली बार लडोन धवटिं ने सर्वेक्षण किया. थॉमस माउंट लमरी भी उसके साथ था उसने उसका नाम टू रखा क्योंकि सिलसिला कोहे सुराक़र्म में शीर्ष दूसरे नंबर पर थी.
के टू पर चढ़ने की पहली अभियान 1902 में हुआ जो विफलता पर समाप्त हुई. फिर 1909, 1934, 1938, 1939 और 1953 के लिए प्रयास भी विफल हुई. 31 जुलाई 1954 के इतालवी अभियान अंततः सफल हुई. ीताडली और कंपानूनी के टू पर चढ़ने में सफल हुए. 23 साल बाद अगस्त 1977 में एक जापानी कोहे पैमाने ाचैरो ीवशीज़ाुआ उस पर चढ़ने में सफल हुआ. उसके साथ अशरफ व्यवस्था पहला पाकिस्तानी था जो इस पर चढ़ा. 1978 में एक अमेरिकी टीम पर चढ़ने में सफल हुई.
के टू को माउंट एवरेस्ट की तुलना में अधिक कठिन और खतरनाक माना जाता है. के टू पर 246 लोगों चढ़ चुके हैं जबकि माउंट एवरेस्ट पर 2238.
के टू पर फ़िल्में
- Vertical Limits
- K2