"पुरुषार्थ": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो r2.7.1) (Robot: Adding ca:Puruixartha |
छो r2.7.2) (Robot: Modifying ru:Пурушартха |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
[[pl:Triwarga]] |
[[pl:Triwarga]] |
||
[[pt:Tri-varga]] |
[[pt:Tri-varga]] |
||
[[ru: |
[[ru:Пурушартха]] |
||
[[sa:पुरुषार्थः]] |
[[sa:पुरुषार्थः]] |
||
[[te:పురుషార్థాలు]] |
[[te:పురుషార్థాలు]] |
13:11, 26 मार्च 2012 का अवतरण
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |
हिन्दू धर्म में पुरुषार्थ से तात्पर्य मानव के लक्ष्य या उद्देश्य से है। पुरुषार्थ = पुरुष+अर्थ = अर्थात मानव को 'क्या' प्राप्त करने का प्रयत्न करना चाहिये। प्रायः मनुष्य के लिये वेदों में चार पुरुषार्थों का नाम लिया गया है - धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष । योग वसिष्ट के अनुसार सद्जनो और शास्त्र के उपदेश अनुसार चित्त का विचरण ही पुरुषार्थ कहलाता हे |[1]
बाहरी कड़ियाँ
- चार पुरुषार्थ को जानें (हिन्दी गौरव)