राष्ट्रीय प्रकाशिक फाइबर नेटवर्क
राष्ट्रीय प्रकाशिक फाइबर नेटवर्क (National Optical Fibre Network (NOFN)) वर्ष २०११ में शुरू की गयी भारत सरकार की एक परियोजना है जिसका लक्ष्य भारत की २ लाख पंचायतों को ब्रॉडबैण्ड कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
वर्तमान में ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) कनेक्टिविटी सभी राज्यों की राजधानियों, जिलों, मुख्यालयों और ब्लॉक स्तर तक उपलब्ध है। अब इसे देश के सभी 2,50,000 ग्राम पंचायतों को जोड़ने की योजना है। इसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (बीएसएनएल, रेलटेल और पावर ग्रिड) के मौजूदा फाइबर को ग्राम पंचायतों को कनेक्ट करने के लिए जहां तक आवश्यक हो, उपयोग करने और संवर्द्धित फाइबर बिछाने के लिए किया जाएगा। इस प्रकार से ग्राम पंचायतों और प्रखंडों के बीच कनेक्टिविटी के अंतर को कम किया जाएगा।
एनओएफएन का गैर भेदभावपूर्ण उपयोग सभी सेवा प्रदाताओं को प्रदान किया जाएगा। सेवा प्रदाताओं में दूरसंचार सेवा प्रदाताएं (TSPs), आईएसपी, केबल टीवी ऑपरेटरों और सामग्री प्रदाताओं की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न सेवाओं को शुरू कर सकते हैं। विभिन्न श्रेणियों के अनुप्रयोगों जैसे कि ई-स्वास्थ्य, ई-शिक्षा और ई-गवर्नेंस आदि के इन ऑपरेटरों द्वारा उपलब्ध कराया जा सकता है।
इस कार्य के लिये भारत ब्राडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (Bharat Broadband Network Limited (BBNL)) नामक एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम गठित किया गया। २ लाख पंचायतों को जोड़ने का काम युनाइटेड टेलीकॉम लिमिटेड (UTL) को सौंपा गया है। पहले ऐसा अनुमान था कि यह काम २०१३ तक पूरा हो जायेगा किन्तु यूपीए सरकार ने इसके पूरा होने की तिथि सितम्बर २०१५ तक बढ़ा दी। २०१५ में नयी सरकार द्वारा इसकी समीक्षा की गयी और २०१६ के अन्त तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया।