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राजा दण्डपाणी

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राजा दण्डपाणी

राजा दण्डपाणी को आधुनिक पानीपत का निर्माता कहा जा सकता है। इतिहासकारों के अनुसार पांडु पुत्र अर्जुन ने पांडुप्रस्त (पण प्रस्त)में एक किले का निर्माण करवाया था। जिसके अवशेष आज भी पानीपत में मौजूद है। जो समय के थपेड़े में उजाड़ हो गया था।

राजा दण्डपाणी ने 707 ईसा पूर्व इस नगर को फिर बसाया और किले का जीर्णोद्धार भी करवाया। [1]

इसका नामकरण पानीपत किया।

A Governor's Tryst with Haryana किताब का लेखक लिखता है कि पानीपत राजा दण्डपाणी द्वारा 707 बीसी. पूर्व बसाया गया। [2]

हरियाणा एक सांस्कृतिक अध्ययन के लेखक देवी शंकर प्रभाकर लिखते है की महाराजा दण्डपाणी ने 707 ईसा पूर्व इस पानीपत को बसाया था।

सर सैय्यद अहमद खान का मानना था कि पानीपत के किले का निर्माण सर्वप्रथम अर्जुन द्वारा किया गया था और राजा दण्डपाणी ने 707 ईसा वर्ष पहले इसका नामकरण पानीपत किया। [3]

सन्दर्भ

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https://www.google.co.in/books/edition/Hariy%C4%81%E1%B9%87%C4%81_Eka_s%C4%81%E1%B9%83skr%CC%A5tika_adhyaya/vLMNXv3H21QC?hl=hi

  1. देवी शंकर प्रभाकर (1967). हरियाणा एक सांस्कृतिक अध्ययन. उमेश प्रकाशन.
  2. H A Barari. A Governor's Tryst with Haryana. New Delhi: Gyan publishing house.
  3. सर सैय्यद अहमद खान. आसार ए संददीद.