आपेक्षिक वेग

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जब दो वस्तुएं गतिमान होती हैं तब एक वस्तु का वेग दूसरी वस्तु के सापेक्ष आपेक्षिक वेग कहलाता है अर्थात् वस्तु का के सापेक्ष वेग वह वेग है जिस वेग से वस्तु से देखने पर वस्तु चलती हुई प्रतीत होती है।

कुछ स्थितियाँ[संपादित करें]

  • माना कि दो साइकिल सवार क्रमशः A और B के वेग से चल रहे हैं।

समान दिशा में[संपादित करें]

जब दोनों सवार एक हि दिशा में गतिमान हों, ऐसी स्थिति में

पहले सवार की अपेक्षा दूसरे सवार का वेग

BA = B A

तथा, दूसरे सवार की अपेक्षा पहले सवार का वेग

AB = A B

विपरीत दिशा में[संपादित करें]

जब दोनों सवार एक–दूसरे के विपरीत दिशा में गतिमान हों, तो ऐसी स्थित में

पहले सवार की अपेक्षा दूसरे सवार का वेग

BA = B ( A)

BA = B A

तथा, दूसरे सवार की अपेक्षा पहले सवार का वेग

AB = A (B)

AB = A B

किसी भी दिशा में[संपादित करें]

यदि दो गतिमान वस्तुओं के वेग एक सीधी रेखा में न होकर किसी कोण पर झुके हों, तो एक वस्तु की अपेक्षा दूसरी वस्तु का वेग उनके वेगों के सदिश अन्तर के बराबर होता है।

माना कि वस्तु का वेग A के साथ वस्तु का वेग B, कोण बनाता है।

अत: के प्रति का आपेक्षिक वेग

BA = B (A)

या BA = B A

के प्रति का आपेक्षिक वेग

AB = A (B)

या AB = A B

अत: AB = BA

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]