आइचा कंदीचा

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आइचा कंदीचा (मोरक्कन अरबी: عيشة نديشة, रोमनकृत: ayša qəndiša, कुछ कार्यों में कंदिसा के रूप में संदर्भित) उत्तरी मोरक्कन लोककथाओं में एक महिला पौराणिक पात्र है।[1][2][3] वह जिन्न सदृश विभिन्न लोककथात्मक पात्रों में से एक है किंतु उसका व्यक्तित्व भिन्न है। उसे आम तौर पर एक खूबसूरत युवती के रूप में-जिसके पैर खुर वाले जानवर सदृश बकरी या ऊँट के होते हैं-के रूप में चित्रित किया जाता है। हालाँकि मोरक्को में आइचा कंदीचा का वर्णन एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न होता है। आमतौर पर माना जाता है कि वह जलस्रोतों के पास रहती है। जनश्रुति के अनुसार वह अपनी सुंदरता का उपयोग स्थानीय पुरुषों को बहकाने और उन्हें पागल करने या मारने के लिए करती है।

विशेषताएँ[संपादित करें]

तंजियर(उत्तरी शहर मोरक्को) में इसे समुद्र माना जाता है; तेतुआन में इस नाम की मार्टिल नदी है, फेज़(शहर) में यह एक जल निकासी नहर है तथा बेनी अहसेन के बीच इस नाम की सेबौ नदी है। यह आम धारणा है कि वह मुख्य रूप से युवा पुरुषों का शिकार करती है, जिन्हें वह अपनी सुंदरता से या वेश बदलकर उनकी पत्नियों के रूप में लुभाती है। आइचा कंदीचा के बारे में स्थानीय धारणाएँ हैं कि बेनी अहसेन की तरह वह इस्पात के चाकू और सुइयों से डरती है और उसका एक पति (या पुरुष सहयोगी) है जिसे हम्मू कय्यू के नाम से जाना जाता है। मोरक्को के अधिकांश दक्षिणी क्षेत्रों में, जिसमें डौक्कला भी शामिल है, उसे "खरजा" भी कहा जाता है।[4]

आइचा कंदीचा एकमात्र महिला जिन्न है जिसे आइचा कहा जाता है। बफियों का मानना है कि वह काले कपड़े पहनती है, उसके पैर ऊँट जैसे हैं, वह गर्भवती महिलाओं का गर्भपात करवाती है तथा वह लोगों को जानवरों की तरह भौंकने के लिए विवश करती है।[5]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Lurker, Manfred (1987). Dictionary of Gods and Goddesses, Devils and Demons. Routledge. पृ॰ 293. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7102-0877-4.
  2. Westermarck, Edward (1926). Ritual and belief in Morocco. 1. London: Macmillan and Co. पपृ॰ 392–396.
  3. Pereda Roig, Carlos (2016). Festividades, costumbres, creencias y tradiciones de la región de Chauen. Instituto Cervantes de Tánger. पपृ॰ 1–8.
  4. Westermarck, Edward (1926). Ritual and belief in Morocco. 1. London: Macmillan and Co. पपृ॰ 392–396.
  5. Maʻrūf, Muḥammad (2007). Jinn Eviction as a Discourse of Power: A Multidisciplinary Approach to Modern Morrocan Magical Beliefs and Practices. BRILL. पपृ॰ 106–107. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-90-04-16099-6..