सदस्य:VarunBharadwaj26
मेरा नाम वरुण एस भारद्वाज है,मेरी उम्र १८ साल है।मै बंगलोर का निवासी हू।मेरा जन्म २६अगस्त,१९९७ को 'हैदराबाद' में हुआ था।मेरा सारा बचपन हैदराबाद मे बिता था।मे अपने उच्च अध्ययन के लिये हैदराबाद छोड बंगलोर आ गया।मैने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद के 'वास्वी पब्लिक स्कूल' से की थी। दस्वीं तक मै उसी विद्यालय मै था।दस्वीं की परिक्षा मेरे लिये बहुत मेहत्वपुर्ण थी,वो मेरी जिंदगी की प्रथम मुख्य परिक्षा थी।मेरी माँ और बड़ी बहन की सहायता और सर्मथन के कारण ही मुझे दसवीं बहुत अच्छे अंक अये थे,मुझे दसवीं मे ९.८ (९३%) आये थे। उस परिक्षा के बाद मुझे उम्मीद नही थी कि मुझे इतने अच्छे अंक मिलेंगे इसलिये परिणाम देखने के बाद मै बहुत खुश हो गया था।मैने अपनी ग्यारहवी और बारहवी 'सेंट फ्रासिंस कोलेज' से की थी, वो दो साल बहुत ही अच्छे बीते थे,काफी सारे दोस्त्त बाने,मोज-मस्ती की, और थोड़ी- बहुत पढाई भी की थी।बारहवी की शुरुआत तक तो मैने सोचा भी नही था कि आगे किस क्षेत्र मे जाना है और कौनसे क्रोस का चुनाव करना है।हमारे बाणिज्य के अध्यापक ने मुझे अच्छी सलाह दी,जिसके बाद मैने सोच लिया कि मैं 'बी.कोम' या 'बीबीए' करुँगा।
मेरे एक दोस्त ने मौझे 'क्राइस्ट यूनिवर्सिटी(बंगलोर)' के बारे में बताया था,उस यूनिवर्सिटी के बारे मै थोड़ा अनुसंधान करने के बाद पता चला कि वो बहुत नामचीन महाविध्यालय है और यभारत में चौथे स्ठान पर हैं। मैने इसकी 'प्रवेश परिक्षा और भेंटवार्ता' एक नया अनुभव पाने के लिये दी थी।मेरा इस यूनिवर्सिटी में पढने का कोई लक्ष्य या उद्देश्य नही था।परिक्षा और भेंटवार्ता के बाद मुझे मेरा चुनाव होने कि कोई उम्मीद नहीं थी लेकिन सौभाग्य से मेरा चुनाव हो गया और काफी सोच-विचार करने के बाद मैने यहा आने का निर्णय लिया।ये मेरे लिये सबसे कठिन निर्णय था क्योंकि मुझे इसके बाद तीन साल तक मेरे माता-पिता और बहन से दुर रेहना पडता।