"दर्पण": अवतरणों में अंतर

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दर्पण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं :
दर्पण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं :
* [[समतल दर्पण]] (plain mirror)
* [[समतल दर्पण]] (plain mirror)
* [[उत्तल दर्पण]] (covex mirror)
* [[उत्तल दर्पण]] (convex mirror)
* [[अवतल दर्पण]] (concave mirror)
* [[अवतल दर्पण]] (concave mirror)



05:04, 26 जुलाई 2017 का अवतरण

दर्पण या आइना एक प्रकाशीय युक्ति है जो प्रकाश के परावर्तन के सिद्धान्त पर काम करता है।

दर्पण के प्रकार

दर्पण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं :

दर्पणों के उपयोग

  • अपनी छवि देखने के लिये (प्राय: समतल दर्पण)
  • गाडियों में - पीछे से आ रही दूसरी गाडियों के देखने के लिये (उत्तल दर्पण)
  • प्रकाशीय यंत्रों (दूरदर्शी, सूक्ष्मदर्शी आदि) में
  • प्रकाश को एक बिन्दु पर केन्द्रित करने के लिये

इन्हें भी देखें


बाहरी कड़ियाँ