"राजकुमार बाहदुर शाह": अवतरणों में अंतर
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अन्तीम नेपाल एकिकरण काल मे राजकुमार बाहदुर शाह का योगदान अतुलनीय है बाहदुर शाह पृथ्वीनारायण शाह के दुसरे बेटे थे अपने भाइ राजा प्रताप सिंह शाह व भावी रानी राजेन्द्र लक्ष्मी के देहान्तके बाद यिन्होने भतिजे राजा रण बाहदुर शाह के रिजेन्ट होकर नेपाल का शासन किया था । अपने रिजेन्ट काल मे राजकुमार बाहदुर शाह ने टुटा टुकडो मे बंटा हुवा नेपाल को एकिकृत करनेका पिता बडामाहराज पृथ्वी नारयण शाह की अभियानको हर तरह से बढावा दिया । |
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शक्तीसाली पाल्पा राज्यके साथ वैवाहिक संबध जोडकर यिन्होने नेपालको लम्जुंग, तनहुं से लेकर कांगड (हल हिमान्चल प्रदेश) तक वर पुर्वमे सिक्कीम वर ग्वालपाडा तकका एकिकृत व बिशाल नेपाल दिया । राजकुमार बाहदुर शाह दरवारी षडयन्त्र मे जेल पडे व उनका जेल के अन्दर हि देहान्त होगया । बाहदुर शाह के बाद पाल्पाको बिशाल नेपाल मे मिलाने के इलावा बिशाल नेपाल का एकिकरण भि अन्त हि हुवा । |
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15:30, 16 जनवरी 2008 का अवतरण
अन्तीम नेपाल एकिकरण काल मे राजकुमार बाहदुर शाह का योगदान अतुलनीय है बाहदुर शाह पृथ्वीनारायण शाह के दुसरे बेटे थे अपने भाइ राजा प्रताप सिंह शाह व भावी रानी राजेन्द्र लक्ष्मी के देहान्तके बाद यिन्होने भतिजे राजा रण बाहदुर शाह के रिजेन्ट होकर नेपाल का शासन किया था । अपने रिजेन्ट काल मे राजकुमार बाहदुर शाह ने टुटा टुकडो मे बंटा हुवा नेपाल को एकिकृत करनेका पिता बडामाहराज पृथ्वी नारयण शाह की अभियानको हर तरह से बढावा दिया ।
शक्तीसाली पाल्पा राज्यके साथ वैवाहिक संबध जोडकर यिन्होने नेपालको लम्जुंग, तनहुं से लेकर कांगड (हल हिमान्चल प्रदेश) तक वर पुर्वमे सिक्कीम वर ग्वालपाडा तकका एकिकृत व बिशाल नेपाल दिया । राजकुमार बाहदुर शाह दरवारी षडयन्त्र मे जेल पडे व उनका जेल के अन्दर हि देहान्त होगया । बाहदुर शाह के बाद पाल्पाको बिशाल नेपाल मे मिलाने के इलावा बिशाल नेपाल का एकिकरण भि अन्त हि हुवा ।