"डोम्सडे पुस्तक": अवतरणों में अंतर

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{{वार्ता शीर्षक}}'''डोम्सडे पुस्तक''', [[इंग्लैड]] का भूसर्वेक्षण संबंधी विवरण देनेवाली पुस्तक। यह सर्वेक्षण सन् 1086 में विजेता विलियम के आदेश से उसके अफ्सरों द्वारा कराया गया था। इसका उद्देश्य भूमिकर तथा अन्य कर लगाने के इरादे से आवश्यक जानकारी एवं तथ्य एकत्र करना था। राजसत्ता के अधीन जमीन जायदाद का मूल्यांकन भी इसका लक्ष्य था। इसकी सहायता से विलियम को अपने सामंतों की धनसंपत्ति का तथा उनकी शक्ति का भी पता लग सकता था। यह दो खंडों में तैयार की गई थी। पहले खंड में अधिकांश इंग्लैंड की भूमियों, संपत्तियों, कृषकों, आदि का विवरण दिया गया है और दूसरे में केवल इसेक्स, सफोक तथा नारफोक नामक काउंटियों का ब्योरा है। कंबरलैंड, नार्दबर लैड तथा लंदन संबंधी विवरण छोड़ दिए गए हैं। उत्तर आंग्ल सैक्सन काल तथा नार्मन विजय के प्रारंभिक काल की भूमि संबंधी तथ्य प्राप्त करने के लिये यह विवरिणी सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है।
'''डोम्सडे पुस्तक''', [[इंग्लैड]] का भूसर्वेक्षण संबंधी विवरण देनेवाली पुस्तक। यह सर्वेक्षण सन् 1086 में विजेता विलियम के आदेश से उसके अफ्सरों द्वारा कराया गया था। इसका उद्देश्य भूमिकर तथा अन्य कर लगाने के इरादे से आवश्यक जानकारी एवं तथ्य एकत्र करना था। राजसत्ता के अधीन जमीन जायदाद का मूल्यांकन भी इसका लक्ष्य था। इसकी सहायता से विलियम को अपने सामंतों की धनसंपत्ति का तथा उनकी शक्ति का भी पता लग सकता था। यह दो खंडों में तैयार की गई थी। पहले खंड में अधिकांश इंग्लैंड की भूमियों, संपत्तियों, कृषकों, आदि का विवरण दिया गया है और दूसरे में केवल इसेक्स, सफोक तथा नारफोक नामक काउंटियों का ब्योरा है। कंबरलैंड, नार्दबर लैड तथा लंदन संबंधी विवरण छोड़ दिए गए हैं। उत्तर आंग्ल सैक्सन काल तथा नार्मन विजय के प्रारंभिक काल की भूमि संबंधी तथ्य प्राप्त करने के लिये यह विवरिणी सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है।


== बाहरी कड़ियाँ ==
== बाहरी कड़ियाँ ==

19:07, 24 अप्रैल 2011 का अवतरण

डोम्सडे पुस्तक, इंग्लैड का भूसर्वेक्षण संबंधी विवरण देनेवाली पुस्तक। यह सर्वेक्षण सन् 1086 में विजेता विलियम के आदेश से उसके अफ्सरों द्वारा कराया गया था। इसका उद्देश्य भूमिकर तथा अन्य कर लगाने के इरादे से आवश्यक जानकारी एवं तथ्य एकत्र करना था। राजसत्ता के अधीन जमीन जायदाद का मूल्यांकन भी इसका लक्ष्य था। इसकी सहायता से विलियम को अपने सामंतों की धनसंपत्ति का तथा उनकी शक्ति का भी पता लग सकता था। यह दो खंडों में तैयार की गई थी। पहले खंड में अधिकांश इंग्लैंड की भूमियों, संपत्तियों, कृषकों, आदि का विवरण दिया गया है और दूसरे में केवल इसेक्स, सफोक तथा नारफोक नामक काउंटियों का ब्योरा है। कंबरलैंड, नार्दबर लैड तथा लंदन संबंधी विवरण छोड़ दिए गए हैं। उत्तर आंग्ल सैक्सन काल तथा नार्मन विजय के प्रारंभिक काल की भूमि संबंधी तथ्य प्राप्त करने के लिये यह विवरिणी सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है।

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