प्राचल | मूल्य |
सदस्य की सम्पादन गिनती (user_editcount) | null |
सदस्यखाते का नाम (user_name) | '106.211.16.23' |
Type of the user account (user_type) | 'ip' |
समय जब ई-मेल पते की पुष्टि की गई थी (user_emailconfirm) | null |
सदस्य खाते की आयु (user_age) | 0 |
समूह (अंतर्निहित जोड़कर) जिसमें सदस्य है (user_groups) | [
0 => '*'
] |
अधिकार जो सदस्य रखता है (user_rights) | [
0 => 'createaccount',
1 => 'read',
2 => 'edit',
3 => 'createpage',
4 => 'createtalk',
5 => 'writeapi',
6 => 'viewmyprivateinfo',
7 => 'editmyprivateinfo',
8 => 'editmyoptions',
9 => 'abusefilter-log-detail',
10 => 'urlshortener-create-url',
11 => 'centralauth-merge',
12 => 'abusefilter-view',
13 => 'abusefilter-log',
14 => 'vipsscaler-test'
] |
सदस्य मोबाइल इंटरफ़ेस की मदद से संपादित कर रहे हैं या नहीं (user_mobile) | true |
वैश्विक सदस्य-समूह जिनमें सदस्य है (global_user_groups) | [] |
Global edit count of the user (global_user_editcount) | 0 |
Whether the user is editing from mobile app (user_app) | false |
पृष्ठ आइ॰डी (page_id) | 0 |
पृष्ठ नामस्थान (page_namespace) | 0 |
पृष्ठ शीर्षक (बिना नामस्थान) (page_title) | 'Kushwaha' |
पूर्ण पृष्ठ शीर्षक (page_prefixedtitle) | 'Kushwaha' |
पृष्ठ पर योगदान देने वाले अंतिम दस सदस्य (page_recent_contributors) | [] |
Page age (in seconds) (page_age) | 0 |
कार्य (action) | 'edit' |
सम्पादन सारांश/कारण (summary) | '' |
Time since last page edit (in seconds) (page_last_edit_age) | null |
Old content model (old_content_model) | '' |
New content model (new_content_model) | 'wikitext' |
पुराने पृष्ठ विकिलेख, सम्पादन से पहले (old_wikitext) | '' |
नया पृष्ठ विकिलेख, सम्पादन के बाद (new_wikitext) | 'कुशवाहा नामक एक बड़े समुदाय का हिस्सा है जिसमें कछवाहा, कोइरी, [[काछी]] व मुराव जातियां शामिल है। जो मुराव समुदाय के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। इतिहासकार के चेट्टी के अनुसार मुराव पारंपरिक रूप से जमींदार थे वर्तमान में इस समुदाय की ज्यादातर सदस्य जीवन यापन के लिए कृषि पर निर्भर हैं इनमें से कई पशुपालन व्यवसाय से भी जुड़े हुए हैं इनमें से कई शिक्षा और रोजगार के आधुनिक अवसरों का लाभ उठाकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में, मुसलमान के बीच कुंजड़ा नामक समुदाय का एक वर्ग है जिसे एक अन्य पिछड़े वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है, इसका गठन मुराव के इस्लाम में रूपांतरण के कारण हुआ है। मुराव जाति को उत्तर प्रदेश और बिहार में मौर्य, मुराई, मोरी नाम से भी जाना जाता है। यह प्राचीन [[मौर्य राजवंश|मोरिय]] जनजाति के वंशज हैं जो [[शाक्य]] जनजाति की एक शाखा है चंद्रगुप्त मौर्य को मोरिय गणराज्य के राजा [[चंद्रवर्धन मौर्य]] का पुत्र माना जाता है, जो बाद में मौर्य साम्राज्य की स्थापना करते हैं। मौर्य शाक्यों की एक शाखा है, जो पिपलीवन में आकर मौर्य कहलाए जो बाद में समय अनुसार बदलकर मुराव बन गए।' |
सम्पादन से हुए बदलावों का एकत्रित अंतर देखिए (edit_diff) | '@@ -1,0 +1,1 @@
+कुशवाहा नामक एक बड़े समुदाय का हिस्सा है जिसमें कछवाहा, कोइरी, [[काछी]] व मुराव जातियां शामिल है। जो मुराव समुदाय के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। इतिहासकार के चेट्टी के अनुसार मुराव पारंपरिक रूप से जमींदार थे वर्तमान में इस समुदाय की ज्यादातर सदस्य जीवन यापन के लिए कृषि पर निर्भर हैं इनमें से कई पशुपालन व्यवसाय से भी जुड़े हुए हैं इनमें से कई शिक्षा और रोजगार के आधुनिक अवसरों का लाभ उठाकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में, मुसलमान के बीच कुंजड़ा नामक समुदाय का एक वर्ग है जिसे एक अन्य पिछड़े वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है, इसका गठन मुराव के इस्लाम में रूपांतरण के कारण हुआ है। मुराव जाति को उत्तर प्रदेश और बिहार में मौर्य, मुराई, मोरी नाम से भी जाना जाता है। यह प्राचीन [[मौर्य राजवंश|मोरिय]] जनजाति के वंशज हैं जो [[शाक्य]] जनजाति की एक शाखा है चंद्रगुप्त मौर्य को मोरिय गणराज्य के राजा [[चंद्रवर्धन मौर्य]] का पुत्र माना जाता है, जो बाद में मौर्य साम्राज्य की स्थापना करते हैं। मौर्य शाक्यों की एक शाखा है, जो पिपलीवन में आकर मौर्य कहलाए जो बाद में समय अनुसार बदलकर मुराव बन गए।
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नया पृष्ठ आकार (new_size) | 2609 |
पुराना पृष्ठ आकार (old_size) | 0 |
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सम्पादन में जोड़ी गई लाइनें (added_lines) | [
0 => 'कुशवाहा नामक एक बड़े समुदाय का हिस्सा है जिसमें कछवाहा, कोइरी, [[काछी]] व मुराव जातियां शामिल है। जो मुराव समुदाय के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। इतिहासकार के चेट्टी के अनुसार मुराव पारंपरिक रूप से जमींदार थे वर्तमान में इस समुदाय की ज्यादातर सदस्य जीवन यापन के लिए कृषि पर निर्भर हैं इनमें से कई पशुपालन व्यवसाय से भी जुड़े हुए हैं इनमें से कई शिक्षा और रोजगार के आधुनिक अवसरों का लाभ उठाकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में, मुसलमान के बीच कुंजड़ा नामक समुदाय का एक वर्ग है जिसे एक अन्य पिछड़े वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है, इसका गठन मुराव के इस्लाम में रूपांतरण के कारण हुआ है। मुराव जाति को उत्तर प्रदेश और बिहार में मौर्य, मुराई, मोरी नाम से भी जाना जाता है। यह प्राचीन [[मौर्य राजवंश|मोरिय]] जनजाति के वंशज हैं जो [[शाक्य]] जनजाति की एक शाखा है चंद्रगुप्त मौर्य को मोरिय गणराज्य के राजा [[चंद्रवर्धन मौर्य]] का पुत्र माना जाता है, जो बाद में मौर्य साम्राज्य की स्थापना करते हैं। मौर्य शाक्यों की एक शाखा है, जो पिपलीवन में आकर मौर्य कहलाए जो बाद में समय अनुसार बदलकर मुराव बन गए।'
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सम्पादन में हटाई गई लाइनें (removed_lines) | [] |
सम्पादन में जोड़ी गई सभी बाहरी कड़ियाँ (added_links) | [] |
नए टेक्स्ट में सभी बाहरी कड़ियाँ (all_links) | [] |
सम्पादन से पहले पृष्ठ में कड़ियाँ (old_links) | [] |
Whether or not the change was made through a Tor exit node (tor_exit_node) | false |
बदलाव की Unix timestamp (timestamp) | '1714206920' |
Database name of the wiki (wiki_name) | 'hiwiki' |
Language code of the wiki (wiki_language) | 'hi' |