सामग्री पर जाएँ

अर्दबील प्रांत

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(अर्दाबिल प्रांत से अनुप्रेषित)
अर्दबील प्रांत
ur
मानचित्र जिसमें अर्दबील प्रांत ur हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : अर्दबील
क्षेत्रफल : १७,८०० किमी²
जनसंख्या(२००६):
 • घनत्व :
१२,२८,१५५
 ६९/किमी²
उपविभागों के नाम: शहरिस्तान (ज़िले)
उपविभागों की संख्या:
मुख्य भाषा(एँ): फ़ारसी
अज़ेरी
स्थानीय भाषाएँ


पीरबिदाक़ गाँव

अर्दबील प्रान्त (फ़ारसी: ur, ओस्तान-ए-अल्बोर्ज़; उच्चारण: अर+दबील; अंग्रेज़ी: Ardabil Province) ईरान के ३१ प्रान्तों में से एक है जो उस देश के पश्चिमोत्तरी भाग में स्थित है। इसकी राजधानी अर्दबील (ur) नाम का शहर ही है। यहाँ बहुत से अज़ेरी लोग रहते हैं और इसे 'ईरानी अज़रबेजान' का हिस्सा माना जाता है।[1]

अर्दबील प्रान्त में ९ शहरिस्तान (यानि ज़िले) हैं - अर्दबील, बीलासवार, गेरमी, ख़लख़ल​, कौसर​, मेशगीनशहर​, नमीन​, नीर​ और पारसाबाद​। प्रान्त में सबलान पर्वत (ur) विस्तृत हैं जिनसे यहाँ काफ़ी सर्दी रहती है। बहुत से सैलानी यहाँ गर्मियों में ठन्डे मौसम का आनंद लेने आते हैं, जबकि सर्दियों में यह इलाक़ा बर्फ़ग्रस्त होता है और यहाँ कुछ ढलानों पर स्की का बंदोबस्त भी है। बहुत से लोग इसे ईरान का सबसे सर्द प्रांत मानते हैं और सर्दियों में यहाँ तापमान -२५° सेंटीग्रेड तक गिर जाता है। यहाँ बहुत सी झीलें, नदी-झरने और गर्म चश्में बिखरे हुए हैं। अर्दबील प्रान्त की अधिकतर आबादी अज़ेरी, तालिश और तात समुदाय की है।

कहा जाता है कि पारसी धर्म के संस्थापक ज़रथुष्ट्र अरस नदी के किनारे पैदा हुए थे और उन्होंने अपने ग्रन्थ की रचना सबलान पहाड़ों में ही की। जब ईरान पर मुस्लिम क़ब्ज़ा हुआ तब अर्दबील अज़रबेजान क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर था और उसका यह स्थान मंगोल आक्रमणों तक बना रहा। प्रसिद्ध सूफ़ी संत शेख़ सफ़ीउद्दीन का मक़बरा भी अर्दबील प्रान्त में स्थित है।भारत के प्रांत उ.प्र.के आज़मगढ़ के भैरोपुर दरगाह में सूफी संत शाह नजीबुद्दीन की दरगाह है। शाह नजीबुद्दीन अर्दली से आये थे।

प्रांत के कुछ नज़ारे

[संपादित करें]

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]

  1. IranBradt Travel GuideBradt Guides, Patricia Baker, Hilary Smith, Bradt Travel Guides, 2009, ISBN 978-1-84162-289-7