सैय्यद मुमताज अली

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

 

सैय्यद मुमताज अली देवबंदी (27 सितंबर 1860 - 15 जून 1935) एक भारतीय सुन्नी मुस्लिम विद्वान और उन्नीसवीं सदी के अंत में महिलाओं के अधिकारों के हामी थे। वह दारुल उलूम देवबंद के पूर्व छात्र थे। उनकी पुस्तक हुकुक़-ए-निस्वान और तहज़ीब-ए-निस्वान पत्रिका जिसे उन्होंने अपनी पत्नी मुहम्मदी बेगम के साथ शुरू किया था, को महिला अधिकारों पर अग्रणी कार्य मानाजाता है। [1]

जीवनी[संपादित करें]

साहित्यिक कार्य[संपादित करें]

  • हुकुक़-ए-निस्वान
  • तज़िकिरातुलअनबिया:
  • तफ़्सील अल-बयान फ़ी मकासिद अल-कुरान (6 खंड)
  • नक्श बु उठे

विरासत[संपादित करें]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Moaddel, Mansoor (1998). "Religion and Women: Islamic Modernism versus Fundamentalism". Journal for the Scientific Study of Religion. 37 (1): 116. JSTOR 1388032. डीओआइ:10.2307/1388032.