सदस्य:Anant.maheshwari/प्रयोगपृष्ठ

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मेरा नाम अनन्त महेश्वरी है। मैं भारत के राज्य झारखण्ड की राजधानी राँची का रहने वाला हूँ। मैं भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु में पढ़ता हूँ। मैं अपनी पृष्ठभूमि, परिवार, शिक्षा, लक्ष्य, रुचियों और उपलब्थियों से आपका परिचय कराना चाहता हूँ।

पृष्ठभूमि[संपादित करें]

मेरा जन्म ५ सितंबर, १९९८ को झारखण्ड की राजधानी राँची में हुआ था। राँची को झरनों और झीलों का शहर भी कहा जाता है। प्राकृतिक सौंदर्य एवं खूबसूरत पर्यटक स्थलों के कारण राँची भारत के शीर्ष पर्यटन केन्द्रों में से एक है। यह एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र भी है। भूतपूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के गृहनगर होने की वजह से राँची विश्वभर में प्रसिद्ध है। मैंने अपने जीवन के शुरुआती १८ वर्ष राँची में बिताए हैं।

परिवार[संपादित करें]

मैं एक एकल परिवार में रहता हूँ। मेरे परिवार में चार सदस्य हैं : मेरे माता-पिता, मेरी बड़ी बहन और मैं। मेरे पिता का नाम नीरज महेश्वरी है। वे पेशे से एक व्यापारी हैं। मेरी माँ का नाम वंदना महेश्वरी है। वे एक गृहिणी हैं। मेरे माता-पिता ने मुझे सिखाया है कि मनुष्य को कभी भी अहंकारी व स्वार्थी नहीं होना चाहिए। मैंने उनसे ईमानदार और परिश्रमी बनना सीखा है।

शिक्षा[संपादित करें]

मैंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा राँची के संत ज़ेवियर्स स्कूल से प्राप्त की है। अब मैं बेंगलुरु स्थित क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से बी.कॉम.(ऑनर्स) की पढ़ाई कर रहा हूँ। यह भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है। क्राइस्ट यूनीवर्सिटी का नाम देशभर में प्रचलित है। देश-विदेश से विद्यार्थी इस विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।

रुचियाँं[संपादित करें]

मुझे पढ़ना-लिखना और क्रिकेटबैडमिंटन खेलना पसंद है। मुझे रचनात्मक लेखन और क़्विज़ में गहरी रुचि है। मैं सदैव नई चीज़ों के विषय में जानकारी प्राप्त करने को उत्सुक रहता हूँ। मैं अधिक-से-अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने का प्रयत्न करता हूँ।

लक्ष्य[संपादित करें]

मेरा लक्ष्य एक सफल उद्यमी बनना है। मैं अपना खुद का व्यापार स्थापित करना चाहता हूँ। साथ ही साथ, मैं समाज के कल्याण तथा देश के विकास में अपना योगदान देना चाहता हूँ।

उपलब्धियाँं[संपादित करें]

मैंने अपने जीवन में कई सारी उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। मैं दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में अपने विद्यालय का टॉपर रहा था। मैंने अनेक प्रादेशिक और अखिल भारतीय लेखन तथा क़्विज़ प्रतियोगिताओं में अपने विद्यालय एवं राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। मैंने उनमें से कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार भी प्राप्त किया है। मेरी सभी उपलब्धियाँ मुझे खुशी देती हैं और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।