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मालथी क्रष्णामूर्ती होल्ला
जन्म 6 जुलाई 1968 (1968-07-06) (आयु 55)
बंगलौर, भारत
राष्ट्रीयता भारत

मालथी क्रष्णामूर्ती होल्ला एक अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट हे, जिन्हे अपनी उपलब्धियों के लिए अर्जुन अवर्द और पद्मा श्री पुर्रस्कार से सम्मानित किया गया है।

निजी जीवन[संपादित करें]

उनका जन्म ६ जुलाई, १९५८ को भारत के बंगलौर शहर मे हुई थी। वह कृष्णामुर्ती होला और पद्मावती होला के लिए पैदा हुई थीं।

चिकित्सा हालत[संपादित करें]

एक साल की उम्र में, वह पोलियोमेलाइटिस ज़्के कारण लकवाग्रस्त हो गई थी। दो साल के नेरंतर बिजली के उपचार के उपरंत उन्के शरीर के ऊपरी हिस्से में आई। अगले 15 साल उन्होंने वेईश्वरी प्रसाद दत्तात्रय ऑर्थोपेडिक सेंटर मे व्यतीत किए। लगभग 32 शल्यचिकित्सक आपरेशनो से उन्हे गुज़रना पडा, तब खेल उनका जुनून बन गया। उन्होंने उन्की शिक्षा पर भी पुरा ध्यान दिया। अपने एक साक्षातकार में उन्होंने कहा भी है, "खेल एक चिकित्सा थी, जिसने मुझे दर्द को भूलने मे मदद् की"।

कैरियर[संपादित करें]

उन्होंने पैरालीम्पिक गेम्स, एशियाई खेलों, विश्व मास्टर्स, राष्ट्रमंडल खेलों और ओपन चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 300 से अधिक पदक जीते। 1991 में अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री से 2001 में, सरकार ने अपने गर्व के प्रयास को सम्मानित किया।

Padma Shri India IIIe Klasse

अन्य काम[संपादित करें]

उन्होंने २००२ में शारीरिक रुप से अक्षम बच्चों के लिए अपनी संस्धा, मथरू फाउंडेशन की स्ठपना की। यह संस्था पोलियो से ग्रसित लोगों के सशक्तीकरण के लिए समर्पित है। उनकी आत्मकथा 'ए डिफेरेंट स्पिरिट' २००९ में प्रकाशित हुई थी। वह सिंडिकेट बैंक में एक प्रंबंधक के रुप से कार्यरत है। अपनी आत्मकथा में उन्होंने अनेक मार्मिक व्रतंत का उल्लेख किया है। वह कहती है " जब मैं छोटी थी, मैं अपने मित्रों से आगे दोंडकर बराम्दे से सारे पके आम उठाकर खाना चाहती थी", और "मै एक आज़ाद निर्भीक पंछी की तरह एक जगह से दूसरी जगह उडना चाहती थी, पर जैसे जैसे मैं बडी हुए मुझे आभास हुआ कि उडने और दौडने के लिए तो पंख चाहिए। मुझे चोट पहुची, पर मैने हिम्मत नही हारी। मुझे पता था की मैं दौडुगी एक दिन। उनका मान्ना है कि हम सभी एक दुसरे से भिन्न हैं और इस अनेकता को हमे खुली बाहों से गले लगाना चाहिए। ५९ साल की उम्र में वह भारत की सबसे तेज़ महिल व्हिलचेवयर खिलाडी हैं।

संदर्भ[संपादित करें]

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