श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय
श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय શ્રીસોમનાથ સંસ્કૃત વિશ્વવિદ્યાલય सोमनाथ युनिर्वसिटी | |
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विश्वविद्यालय का प्रतीकचिह्न | |
स्थिति | वेरावल, गुजरात |
स्थापनातिथि | ०४-११-२००४ |
ध्येयसूत्र | पूर्णता गौरवाय |
ध्येयसूत्र का मूलस्थान | ?????? --> |
विद्यार्थी संख्या | ४४०० (२०१७-१८) |
जालस्थान | [1] |
श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय (गुजराती: શ્રી સોમનાથ સંસ્કૃત વિશ્વવિદ્યાલય) गुजरात के सौराष्ट्र विभाग में गीर-सोमनाथ जिले में स्थित एक विश्वविद्यालय है। यह गुजरात राज्य का एकमात्र संस्कृत विश्वविद्यालय है। “पूर्णता गौरवाय” (गौरव के लिए पूर्णता) ये विश्वविद्याल का ध्येयसूत्र है। इस विश्वविद्यालय का व्याप सम्पूर्ण गुजरातराज्य में है। अतः वह सम्पूर्ण राज्य में कहीं भी संशोधन केन्द्र और शैक्षणिक केन्द्र का प्रस्थापन कर सकता है। सम्पूर्ण राज्य में पैंतीस से अधिक (३५+) महाविद्यालय इस विश्वविद्याल से सम्बद्ध हैं।
इसकी स्थापना १ अप्रैल २००५ को की गयी थी। यह गुजरात का राज्य-विश्वविद्यालय है जिसमें शिक्षा का माध्यम संस्कृत है। शास्त्री (B.A.), शिक्षाशास्त्री (B.Ed.) और आचार्य (M.A.) पाठ्यक्रमों के अलावा इस विश्वविद्यालय ने पूरे गुजरात में केन्द्र स्थापित किए हैं जहाँ से मन्दिर प्रबन्धन, पौरोहित्य, ज्योतिष, वास्तुशास्त्र, योग, बोलचाल की संस्कृत आदि में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। यहाँ की यज्ञशाला में प्रतिदिन यज्ञ होता है। इसके पुस्तकालय का नाम 'शारदा भवन' है जिसमें ७ हजार से आधिक पुस्तकें हैं। यहाँ निःशुल्क छात्रावास सुविधा प्रदत्त है।
बाहरी कड़ियाँ
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