मेतार्यस्वामी

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मेतार्यस्वामी भगवान महावीर के १० वें गणधर थे। जो कि कौंडिन्य ब्राह्मण थे, इन्होने भी अपने ३०० शिष्यों के साथ भगवान महावीर से मुनि दीक्षा ग्रहण की थी । इन्होने ६२ वर्ष कि उम्र में मोक्ष प्राप्त किया।

मेतार्यस्वामी की शंका[संपादित करें]

प्रत्येक गणधर को अपने ज्ञान में कोई ना कोई शंका थी, जिसका समाधान भगवान महावीर ने किया था, मेतार्यस्वामी के मन में शंका थी कि, परलोक होता है या नहीं?

सन्दर्भ[संपादित करें]