मजून

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मजून यूनानी चिकित्सा में प्रयुक्त एक दवा है जो मिथुन वर्धन के उपयोग में लाई जाती है। उत्तरी पाकिस्तान में इसका प्रयोग अब भी किया जाता है। कहा जाता है कि सिकन्दर और बाबर ने भारत प्रवेश करते वक़्त इसका पान किया था। इसको बनाने के लिए हिरण की नाभि (कस्तूरी?), सूअर (water hog) के अंडकोष, किशोर ऊँट की आँत, बगरे (sparrow) का मस्तिष्क, नीला पत्थर (लेपिस लज़ुली), चाँदी की पतली पत्ती, रेतीला गिरगिट (sandfish), अनार का तेल, शहद और ग्राउंड सीड पर्ल को गांजे के साथ प्रयोग किया जाता है।[1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Albinia, Alice (2009). Empires of the Indus. पपृ॰ 183. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7195-6005-7.