जनपथ (पत्रिका)

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जनपथ हिन्दी की एक साहित्यिक पत्रिका है। इसके संपादक अनन्त कुमार सिंह हैं। इसका प्रकाशन 'समय-चेतना का मासिक साहित्यिक आयोजन' के रूप में मंगल पाण्डेय पथ, भोजपुर, आरा (बिहार) से होता है।[1]

प्रमुख विशेषांक[संपादित करें]

  • अरुणाचल विशेषांक 'सपने, और घास पे ओस !' (अतिथि संपादक- नन्दकिशोर पाण्डेय[2], दिसंबर 2009)
  • भाषा विशेषांक-1 (जनवरी-फरवरी 2010)
  • भाषा विशेषांक-2 (मार्च 2010)
  • हिमाचल की समकालीन रचनाशीलता (अतिथि संपादक- राजकुमार राकेश, जून-जुलाई 2011)
  • नागार्जुन विशेषांक (अक्टूबर 2011)
  • गोपाल सिंह नेपाली पर केंद्रित (दिसंबर 2011)
  • मधुकर सिंह : कल और आज (अक्टूबर 2012)
  • स्त्री लेखन पर केंद्रित (जनवरी 2013)
  • चंद वरिष्ठों की उपस्थिति (फरवरी 2013)
  • अपनी यात्रा में युवा कहानी (मार्च 2013)
  • युवा कविता विशेषांक 'सदी के शब्द प्रमाण -एक' (जुलाई 2013)
  • युवा कविता विशेषांक 'सदी के शब्द प्रमाण -दो' (अगस्त 2013)
  • चित्रा मुद्गल पर केन्द्रित (अक्टूबर 2013)
  • वृद्ध जीवन विशेषांक-1 (अगस्त-सितंबर 2015)
  • वृद्ध जीवन विशेषांक-2 (अक्टूबर-नवंबर 2015)

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. जनपथ, संपादक- अनंत कुमार सिंह, 'चित्रा मुद्गल पर केन्द्रित' अक्टूबर 2013, पृष्ठ-2.
  2. जनपथ, अरुणाचल विशेषांक 'सपने, और घास पे ओस !', अतिथि संपादक- नन्दकिशोर पाण्डेय, दिसंबर 2009 (पुनर्मुद्रित द्वितीय संस्करण), पृष्ठ-1 एवं द्वितीय आवरण पृष्ठ)।

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]