सदस्य:Beulah80/प्रयोगपृष्ठ

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सन्सार मे सारे लोगो को अनेक चीजे पसन्द है लेकिन मेरे खुद को पस्न्द करती हू। मेरा नाम ब्यूला एस विलीयम है ।मेरा जन्म जूलई १८ १९९९ मे हूआ । मेरे जीवन सारा खूशियो का कारण मेरा माता पिता है।मूझ्को गाना गाने के लिये बहूत पसन्द हे। मेरे जीवन मे अनेक अच्छे दोस्तो हे और वो मेरे कष्टो को समझकर मदद करती है । मेरे जीवन हर तक बहूत अच्छा हे।

पृष्ठभूमी[संपादित करें]

मेरा जन्म कर्नाटक का एक बडी शहर और उसकी राजधानी बेंगलूर मे हूआ । कर्नाटक दक्षिण भारत का एक राज्य हे।कर्नाटक मे अनेक पर्यटन हे और इसमे बहूत मुख्य जगह मैसूर पैलेस है ।और इस महल दशरा मे बहूत प्र्सिध्द है और हमारा राज्य का एक बडा गर्व है । इस महल मे वोडियार का परीवार जीना था । हमारा भारत का एक बडी गौरव कर्नाटक मे है । भारत का लम्बी जल प्रपात शिमोगा मे है और उसका नाम जोग जल प्रपात है । बेंगलूर एक पर्यटन का स्थान है । सन्सार का अनेक भागो से लोगो आ रहा है और बेंगलूर ने दूनिया का सारा 'एइ टी' जोडने मे पहला है । बेंगलूर सन्सार मे एक प्रसिध्द शहर है ।

परीवार[संपादित करें]

मेरी पूरी परीवार का जन्म बैंगलोर , कर्नाटक मे हूआ । पर मेरी दादीजी का जन्म तमिलनाडु का एक जिला मे हूआ । मेरे दादी का पूरी परीवार तमिलनाडु मे है । मेरी मॉ का नाम वईलेट विलीयम है । मॉ ने एक वकिल का आफिस मे अडमिनिसट्रेटिव मानेजर का काम कर रहा है । मेरी पापा का नाम विलियम भाभू है और वो केन्द्र सरकार मे एक औडिटर का काम कर रहा है । मे मेरी घर का इकलोती बेटी हू ।

शिक्षा[संपादित करें]

मुझको पडने के लिए बहूत पसन्द है और जीवन मे ज्यादा पडने का सपना है । मैंने अपनी प्राथमिक और उच्च विद्यालय को 'सेन्ट चार्लस पाठशाला',बेगलूर मे पूरा किया । दस्वी कक्षा मे डिसटिक्ष्ण मिला । स्कूल मे मेरी प्यारी शिक्षक वसन्ता मेम है । मेरी पी*यू*सी का शिक्षा सी*एम*अर नेशनल काऍलेज,बेगमूर मे पूरा किया । पी*यू*सी मे पी*सी*एम*सी का कोर्स किया और इसमे भी डिसटिक्ष्ण मिला । अभी इस वक्त मे क्राइस्ट यूनिवर्सिटी मे ई*एम*एस का कोर्स कर रही हू । भविष्य मे ज्याद पडने के लिए पस्न्द है और मे इस के लिए परिक्षम करूगी।

लक्ष्य[संपादित करें]

जीवन मे लोगो को अनेक लक्ष्य है और हमारा लक्ष्य को पूरा करने के लिए कठिन काम करना चाहिए । मेरी मुझको आइ*ए*एस अधिकारी इस काम का मतलब भारतीय प्रशासनिक सेवा बनना चाहता हू । इस सेवा से मेरी शहर और देश को अच्छि मार्ग मे भरना चाहता हू । हमारा भारत का अन्याय को सही करना मेरा लक्ष्य है और मे इस लक्ष्य को पूरी करूगी ।

उपलब्दी[संपादित करें]

जीवन मे हर मनुष्य को अनेक प्रतियोगिता आएगा और उस केल मे हम कुछ समय जीतेगे और कुछ समय मे हारेगे । मुरी बचपन से मुझको दौड प्र्तियोगिता मे पहली और दुसरी पुरस्कार मिला । साथ्वी कक्षा तक मुझे शिक्षाविदो मे पुरस्कार मिला । सार्वजनिक बोल प्र्तियोगिता मे दुसरी पुरस्कार मिला । ड्रामा मे तीसरी पुरस्कार मिला। दस्वी कक्षा मे मुझे गोली चलाना और टग ओ युध्द खेलो मे पहली पुरस्कार मिला । ए सब उपलब्दीयो को मे इश्व्रर और मेरी माता-पिता को आभारी रहूंगा ।

रूचिया[संपादित करें]

मुझ्को खेलने मे बहूत पस्न्द है । गाना गाने के लिए बहूत पसन्द है । मुझ्को पुस्तको पडने मे बहूत पसन्द है और मेरी मज्बूरी पुस्तक पेरसी जाकसन है और इस पुस्तक क लेखक रिख रिऔडन है। घर का काम करने को बहुत पसन्द है । अन्तिम लेकिन कम नही मुझको खाना खाने के लिए बहूत पसन्द है ।