शिंजो आबे की हत्या

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शिंजो आबे की हत्या

आबे, मार्च 2022 में
स्थान यामातो-सैदाईजी स्टेशन के पास, नारा, नारा प्रान्त, जापान
निर्देशांक 34°41′38.6″N 135°47′02.2″E / 34.694056°N 135.783944°E / 34.694056; 135.783944निर्देशांक: 34°41′38.6″N 135°47′02.2″E / 34.694056°N 135.783944°E / 34.694056; 135.783944
तिथि 8 जुलाई 2022 (2022-07-08)
ल. 11:30 AM JST (UTC+9:00)
लक्ष्य शिंजो आबे
हमले का प्रकार हत्या गोली मारकर
मृत्यु 1 (शिंजो आबे)

8 जुलाई 2022 को, जापान के पूर्व प्रधान मंत्री और प्रतिनिधि सभा के एक सेवारत सदस्य शिंजो आबे की जापान के नारा प्रान्त के नारा शहर में यामातो-सैदाईजी स्टेशन के बाहर एक राजनीतिक कार्यक्रम में बोलते समय हत्या कर दी गई थी।[1] लगभग 11:30 बजे जेएसटी (यूटीसी+9), लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के उम्मीदवार के लिए एक अभियान भाषण देते समय, आबे को एक घर के बने बन्दूक से पीछे से गोली मार दी गई थी। आबे को मेडिकल हेलीकॉप्टर से नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां शूटिंग के साढ़े पांच घंटे बाद शाम 5:03 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

कई देशों के नेताओं ने अबे की मृत्यु पर सदमे और दुख व्यक्त करते हुए उनकी उपलब्धियों की प्रशंसा की।[2][3] 1936 में 26 फरवरी की घटना के दौरान सैतो मकोतो और ताकाहाशी कोरेकियो के बाद से उनकी हत्या जापान के पूर्व प्रधान मंत्री की पहली और साथ ही 1978 में इटली के एल्डो मोरो के बाद से जी7 के पूर्व नेता की पहली हत्या थी।

मामला[संपादित करें]

जापान के प्रधानमंत्री के रूप में शिजों आबे ने वर्ष 2006 से 2007 में काम किया, उसके बाद दोबारा 2013 से 2020 तक प्रधानमंत्री चुने गए। इसके बाद उन्होंने खराब सेहत के कारण त्यागपत्र दे दिया। जापान के इतिहास में युद्ध के बाद सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं। इनके नाना (इनके माता के पिता) नोबुसूके किशि भी 1957 से 1960 के बीच जापान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उनके ऊपर भी हमला हुआ था, लेकिन वे बच गए थे।[4][5]


आरोपी[संपादित करें]

इस हत्या के लिए जापान के पूर्व सैनिक 41 वर्षीय तेत्सुया यमागमी को आरोपी माना गया है। इसने जापान में सैनिक के रूप में 2002 से 2005 तक काम किया था। इसे घटना स्थल से ही पुलिस ने पकड़ लिया था। पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद यामागामी ने बताया कि उसने आबे की हत्या उनके राजनीतिक फैसले के कारण नहीं ली थी, बल्कि 2002 के समय उसकी माँ को यूनिफिकेशन चर्च के द्वारा ब्रेनवाश किया गया, जिससे उसकी माँ के पास थोड़ा भी पैसा नहीं बचा और वो कंगाल हो गई थी। इसके बाद उसने यूनिफिकेशन चर्च की हाक जा हान को मारने का फैसला किया था, लेकिन उस तक पहुँच नहीं पा रहा था। इस कारण उसने फैसला किया कि उसके जगह वो शिंजों आबे को अपना निशाना बनाएगा, क्योंकि आबे ने ही इस धर्म का जापान में प्रचार किया था और अपने दादा के समय इसके समर्थन में भाषण भी दिया था। निक्कन गेंदई अखबार के अनुसार आबे के चौथे केबिनेट के 20 सदस्यों में से 10 सदस्य यूनिफिकेशन चर्च से जुड़े हुए हैं। यामागामी ने कहा कि उसे आबे के राजनीतिक नीतियों या कार्यों से कोई समस्या नहीं थी।

यामागामी ने हत्या के लिए अपने द्वारा बनाए गए बंदूक का इस्तेमाल किया था।

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Live, A. B. P. (2022-07-08). "रसूखदार राजनीतिक परिवार में जन्म, लेकिन शिंजो आबे ने अपने दम पर तय किया फर्श से अर्श तक का सफर". www.abplive.com. अभिगमन तिथि 2022-07-10.
  2. "Shinzo Abe Death News Live: नहीं रहे जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे, पीएम मोदी ने जताया दुख, भारत में राष्ट्रीय शोक का एलान". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2022-07-10.
  3. Live, A. B. P. (2022-07-09). "Quad नेताओं ने पूर्व जापानी पीएम के निधन पर जताया शोक, कहा- परिवर्तनकारी नेता थे आबे". www.abplive.com. अभिगमन तिथि 2022-07-10.
  4. "Shinzo Abe Killing: जापान के पूर्व PM शिंजो आबे हत्‍याकांड का 'चर्च' कनेक्शन! आरोपी की मां का है नाता". ज़ी न्यूज़. अभिगमन तिथि 24 अक्टूबर 2022.
  5. "शिंजो आबे की हत्या से जुड़े यूनिफिकेशन चर्च की जांच के जापानी PM ने दिए आदेश, पढ़ें चर्च का काला चिट्ठा". न्यूज़18. 17 अक्टूबर 2022. अभिगमन तिथि 24 अक्टूबर 2022.