विद्युत अपघट्य संधारित्र

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प्रायः उपयोग में आने वाले टैंटलम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र तथा अलुमिनियम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र

विद्युत अपघट्य संधारित्र' (electrolytic capacitor) संधारित्र का एक प्रकार है जिसके दोनो प्लेटों के बीच कोई समुचित विद्युत अपघट्य (electrolyte) का प्रयोग किया जाता है। विद्युत अपघट्य के प्रयोग के कारण विद्युत अपघट्य संधारित्र की धारिता समान आकार के अन्य संधारित्रों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है। इस तरह के संधारित्र अपेक्षाकृत अधिक धारा तथा कम आवृत्ति के विद्युत परिपथों में उपयोग में लाये जाते हैं। अधिक आवृत्ति की स्थिति में ये उपयोगी नहीं होते।

विद्युत अपघट्य संधारित्र मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं -

  • अलुमिनियम एलेक्ट्रोलाइटिक, तथा
  • टैटेलम एलेक्ट्रोलाइटिक
  • नायोबियम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र

मूल संरचना[संपादित करें]

एलेक्ट्रानिकी में प्रयुक्त प्रायः सभी तरह के संधारित्र समान्तर प्लेट संधारित्र होते हैं। किसी समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता निम्न सूत्र से दी जाती है-

विद्युत अपघट्य संधारित्र की मूल रचना : बीच में एलुमिनियम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र जिसमें द्रव विद्युत-अपघट्य है तथा दाहिने तरफ टैटेलम एलेक्ट्रोलाइटिक संधारित्र जिसमें सिंटर किया हुआ टैटलम का ठोस विद्युत-अपघट्य
एनोडिक आक्सीडेशन करने की विधि का योजनात्मक चित्र
तीनों प्रकार के विद्युत अपघट्य संधारित्रों में प्रयुक्त पदार्थों के गुण
एनोड का पदार्थ डाइ-एलेक्ट्रिक आपेक्षिक
परमिटिविटी
डाइएलेक्ट्रिक शक्ति
(V/µm)
अलुमिनियम एलुमिनियम आक्साइड, Al2O3 9,6 700
टैंटलम टैटलम पेंटाआक्साइड, Ta2O5 26 625
नायोबियम नायोबियम पेंटाआक्साइड, Nb2O5 42 455

तुल्य परिपथ[संपादित करें]

  • Rleakage:लीकेज प्रतिरोध
  • RESR:तुल्य श्रेणीक्रम प्रतिरोध
  • LESL:तुल्य श्रेणीक्रम प्रेरकत्व

वर्गीकरण[संपादित करें]

विद्युत अपघट्य संधारित्रों का वर्गीकरण

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]