वार्ता:कश्मीरी पंडित

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

भ्रामक और संदर्भ में दिए गए तथ्य से अलग POV ??[संपादित करें]

इस लेख पर मैने इसलिए कुछ समय बिताया कि इसकी भाषा अत्यन्त 'मशीनी' भाषा है। मेरी दृष्टि में इसका कारण यह है कि अंग्रेजी वाक्यों का ज्यों-का-त्यों अक्षरशः अनुवाद करने की कोशिश की गयी है। कुछ उदाहरण देखिए-

१) मुस्लिम प्रभाव के क्षेत्र में प्रवेश करने से पूर्व कश्मीरी पंडित मूल रूप से कश्मीर घाटी में ही रहते थे।

मूल अंग्रेजी लेख में ...before Muslim influence entered the region... तो बिलकुल साफ अर्थ दे रहा है किन्तु हिन्दी अनुवाद कुछ ऐसा अर्थ दे रहा है कि 'जब कश्मीरी पंडित मुस्लिम प्रभाव के क्षेत्र में प्रवेश नहीं किए थे तब....'

२) वे कश्मीर जाति के मूल निवासी के तौर पर शेष एकमात्र कश्मीरी हिंदू समुदाय हैं।

They are the only remaining Kashmiri Hindu community native to Kashmir. जरा देखिए अंग्रेजी वाक्य कितना स्पष्ट है, लेकिन हिन्दी अनुवाद का क्या अर्थ निकाला जाय?

३) मार्तंड सूर्य मंदिर की तस्वीर ---> 'मार्तंड' और 'सूर्य' एक ही नहीं हैं? क्या 'मार्तण्ड मन्दिर' पर्याप्त और अधिक सही नहीं है? (गलती से मिस्टेक करने जैसा है!!!)

४) विकासशील समाज अध्ययन पीठ (CSDS) के पूर्व निदेशक डी॰एल॰ शेठ ने 1947 में आजादी के तुरंत बाद भारतीय समाजों, जिसने मध्यवर्ग गठित किया और जो पारंपरिक रूप से "शहरी और पेशेवर" थे (डॉक्टर, वकील, शिक्षक, इंजीनियर, आदि।) को सूचीबद्ध किया।

जिसने मध्यवर्ग गठित किया --> "that constituted the middle class" का अनुवाद ; कितना सार्थक है!!!

५) कश्मीरी पंडित डोगरा शासन (1846-1947) के दौरान घाटी की जनसंख्या के कृपा-प्राप्त अंग थे।

The Kashmiri Pandits had been a favoured section of the population of the valley during Dogra rule (1846–1947). यहाँ 'population of the valley' का अक्षरशः अनुवाद "घाटी की जनसंख्या " । हिन्दी में ऐसा कहते ही एक संख्या का बोध होता है, न कि समूह का।

६) तीन पंडित स्त्रियों की एक कलाकृति --> इस वाक्यांश का अर्थ मुझे यह लग रहा था कि यह चित्र तीन पंडित स्त्रियों ने बनाया है।

इस (हिन्दी लेख) में और भी पचासों वाक्य हैं जो या तो निरर्थक हैं, या उनका अर्थ वही लगा सकता है जो अंग्रेजी का भी अच्छा ज्ञाता हो (और मन ही मन सोच ले कि यह शायद अंग्रेजी के अमुक अभिव्यक्ति का किसी अनुभवहीन व्यक्ति द्वारा किया गया अनुवाद है।)

मैंने जो पिछले ६-७ बार सम्पादन किए थे उसमें मने इस लेख की उलझी हुई मशीनी भाषा को सरल करने का प्रयत्न किया था।

अब मुख्य मुद्दे पर (अलग POV ??)[संपादित करें]

एसएम7 ने मेरे सम्पादनों को हटाकर लेख को पूर्ववत करते समय टिप्पणी की है, "अनुनाद सिंह द्वारा किये 6 बदलाव अस्वीकार किये और अजीत कुमार तिवारी का 4664097 अवतरण पुनर्स्थापित किया: भ्रामक और संदर्भ में दिए गए तथ्य से अलग POV "

मैं जानना चाहता हूँ कि मेरे द्वारा किए गए परिवर्तनों में से कौन सी चीज भ्रामक है ; या संदर्भ में दिए गए तथ्य से अलग POV से युक्त है। यह पता चल जाय तो उसे बदलकर/हटाकर सुधार कर लूँगा।

--अनुनाद सिंह (वार्ता) 11:59, 13 अप्रैल 2020 (UTC)[उत्तर दें]

3 तरफ से दुश्मनो से घिरा और अकेला सिकंदर बुतशिकन से लेकर 1990 तक लगातार लड़ने वाला कश्मीर का पंडित ही था[संपादित करें]

3 तरफ दुश्मन कौन?

उत्तर - पहला पश्चिम के कबाइली मुस्लिम दूसरा पूर्व के चीनी, तीसरा अंदर के यासीन मलिक जैसे बहु संख्यक मुस्लिम, इन तीन तरफ से लड़ता है था और लड़ चुका है कश्मीर का पंडित, कुछ लोग कहते है कश्मीर के पंडित कायर थे जो भाग आये मे उनसे कहता हूँ तुम अपने आप को भेड़ियों से घिरा हुआ रख कर देखो, आज तुम लोगो के वहाँ हिंदू कोई नही बचा लेकिन कम से कम पंडित हिंदू तो रहे सिकंदर बुतशिकन से लेकर 1990 तक, आज भी कश्मीर के पंडित वहाँ जाना चाहते है लेकिन तुम मे दम हो तो एक सप्ताह रुक कर देखो बिना फौज बिना हथियारो के, ब्राह्मन वहाँ हिंदू रहा सैक्डो साल घाटी मे लेकिन दूसरे तो सलवार बदल गए यासीन मलिक जैसे के पूर्वज कुछ थपड़ौ मे , ब्राह्मण कई मोर्चो पर लड़ा है अपने दम पर Gaur brahmin (वार्ता) 17:42, 13 जून 2023 (UTC)[उत्तर दें]