मुशीर हुसैन किदवाई

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मुशीर हुसैन किदवई

मुशीर हुसैन किदवई (1878-1937), एक भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील और उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के सूफी शेख थे।[1] [2]वह भारतीय उपमहाद्वीप के वारसी आदेश के संस्थापक संत हाजी वारिस अली शाह के शिष्य थे।[3]

व्यवसाय[संपादित करें]

किदवई अंजुमन ई इस्लाम लंदन के संयुक्त सचिव थे जो कि पान इस्लामिक सोसाइटी की एक शाखा थी। वह खिलाफत आंदोलन के सक्रिय प्रतिभागी थे और अंजुमन ए खुद्दाम ए काबा के संस्थापक सदस्य में से एक थे।[4] ग़दर आंदोलन में भाग लेने के कारण अधिकांश लोग उन्हें ग़दरऐत मानते हैं।[5]

मान्यता[संपादित करें]

मिस्टर बार्नेट डौचेट एक फ्रांसीसी वनस्पतिशास्त्री ने पीले रंग का एक गुलाब विकसित किया और इसका नाम मुशिर हुसैन किदवई के सम्मान में किदवई रखा।[1] वह पुस्तक इस्लाम और समाजवाद के लेखक थे।[6]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Kidwai, Riaz-ur-Rahman (1987). Biographical Sketch of Kidwais of Avadh: With Special Reference to Barabanki Families (अंग्रेज़ी में). Kitab Ghar.
  2. Ḵh̲ān, Ẓafarul-Islām (2012-04-24). "Mus̲h̲īr Ḥusayn Ḳidwāʾī". Encyclopaedia of Islam, Second Edition (अंग्रेज़ी में).
  3. Ramnath, Maia (दिसंबर 2011). Haj to Utopia: How the Ghadar Movement Charted Global Radicalism and Attempted to Overthrow the British Empire (अंग्रेज़ी में). University of California Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-520-26955-2.
  4. Qureshi, M. Naeem. (2008). Pan-Islam in British Indian politics : the politics of the Khilafat Movement, 1918-1924. Brill. OCLC 463859301. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-597904-6.
  5. शत्तारी, कादरी; सूफीवाद (13 सितंबर 2020). "Mushir Husain Kidwai". [मुशीर हुसैन]. अभिगमन तिथि 2020-09-13.
  6. "Islam and Socialism". www.goodreads.com. अभिगमन तिथि 2020-09-13.