बी डी लंदनतोड़

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी बी. डी. लंदनतोड़ का पूरा नाम बिशंभर दत्त शर्मा था।[1][2]

जीवन परिचय[संपादित करें]

उत्तर प्रदेश के ग्राम भोला झाल ज़िला मेरठ में एक साधारण पंडित परिवार में बिशम्बर दत्त शर्मा उर्फ बी. डी. लंदनतोड़ का जन्म हुआ था। छोटी आयु से ही देश को आजादी दिलाने के लिए वे क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने लगे। सन 1931 में एक बार उन्हें ब्रिटिश अधिकारियों के टेलीफोन के तार तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार कर के ज़िला जज के कोर्ट में हाजिर किया गया।[3]

भोला गांव निवासी बीडी शर्मा का नाम लंदन तोड़ यू ही नहीं पड़ा।

जज ने उनसे प्रशन किये,

  • तुम्हारा नाम: (उत्तर मिला) लंदनतोड़,
  • तुम्हारी माँ का नाम: (उत्तर मिला) इंग्लैंडतोड़,
  • तुम्हारे पिता का नाम: (उत्तर मिला) मेनचेस्टर तोड़।

भारत को आजाद करने में वे अंग्रेजी हुकूमत के आगे सीना तानकर खडे़ रहे। अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर बरेली जेल में बंद किया था।[4]


बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. मनोज, मिश्रा. मैने दंगा देखा. अभिगमन तिथि 11 मई 2022.
  2. "'लंदन तोड़' के गांव में उठेगी निर्मल हिंडन की 'क्रांति'". अभिगमन तिथि 30 अक्टूबर 2017.
  3. "स्वतंत्रता सेनानी बी डी लंदनतोड़". अभिगमन तिथि 30 अप्रैल 2016.[मृत कड़ियाँ]
  4. "लंदन तोड़ क्रांतिकारियों के गांव से हिंडन क्रांति का ऐलान". अभिगमन तिथि 4 नवंबर 2017.