करणकौस्तुभ

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करणकौस्तुभ कृष्ण दैवज्ञ द्वारा शक संवत् १५७५ (सन् १६५३) संस्कृत में रचित खगोलशास्त्र का ग्रन्थ है। इसकी रचना छत्रपति शिवाजी के लिये की गयी थी। यह ग्रन्थ गणेश दैवज्ञ के ग्रहलाघव पर आधारित है। इसमें १४ अधिकरण (अध्याय) हैं-

  1. मध्यमग्रहसाधन
  2. सूर्यचन्द्रस्पष्टीकरण
  3. पंचतारास्पष्टीकरण
  4. त्रिप्रश्न
  5. चन्द्रग्रहण
  6. सूर्यग्रहण
  7. ग्रहणद्वयसाधन
  8. उदयास्त
  9. ग्रहछाया
  10. चन्द्रशृंगोन्नति
  11. ग्रहयुति
  12. नक्षत्रछाया
  13. पाट
  14. ग्रन्थालङ्कार

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