ओरुंगो

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ओरुंगो विषाणु

वायरस वर्गीकरण

समूह: समूह III (दियेस र न ये)

आदेश: अनअसाइन्ड

परिवार:रिओ विरिदे

उपप्रजाति: सेरिओविरिने

जीनस: ओरबि विषाणु३

प्रजाति: ओरुंगो विषाणु


ओरुंगो एक विषाणु है।ओरुंगो विषाणु एक अरबो विशाणु है जिसका वंश है ओरबि विषाणु, ऑर उपपरिवार है सेदोरि विरिने ओर परिवार है रिओ विरिदे।रिओ विरिदे वायरस का एक परिवार है। वे रीढ़, अकशेरुकी, पौधों, और कवक सहित एक व्यापक मेजबान श्रृंखला है। वे में है कि वे लिपिड लिफाफे की कमी अद्वितीय हैं और बहुस्तरीय कापसॅद्स भीतर शाही सेना के असतत डबल असहाय क्षेत्रों के उनके जीनोम पैकेज। एक लिपिड लिफाफा का अभाव इन बड़ी जटिल वायरस के तीन आयामी संरचना (व्यास, ~६००-१,०००) की अनुमति दी है प्राप्त किया जा सके। वर्तमान में, इस परिवार में 87 प्रजातियों, 30 पीढ़ी के बीच विभाजित कर रहे हैं ओरुंगो के चार उपप्रकार है जो एसा नामित किया है ओरुंगो-१,ओरुंगो-२, ओरुंगो-३, ओरुंगो-४। [1] [2]

इस ओरुंगो विषानणु को पेहले उगान्डा विषाणु अनुसंधान संस्थान, इन्टेब्बे, उगान्डा मे पृथक किया गया था। इस ओरुंगो विषाणु के एंटीबॉडी मनुष्य , बंदरो, ऑर पशुं मे देखा जाता है।इंसानों में

व्यक्ति से व्यक्ति अरबो विशाणु के संचरण आम नहीं है, लेकिन हो सकता है। रक्ताधान, अंग प्रत्यारोपण, और रक्त उत्पादों के उपयोग अरबो विशाणु हस्तांतरित कर सकते हैं, तो वायरस दाता के रक्त या अंगों में मौजूद है। इस वजह से, रक्त और अंगों अक्सर प्रशासित किया जा रहा से पहले वायरस के लिए जांच कर रहे हैंएक समूह विषाणु जो अरत्रोपोड वैक्टर से प्रेषित होते है उसी को ओरबि विषाणु उल्लेक किया जाता है।

लक्षण : आम तोर पर इस आरबि विशाणु का संक्रमण तीन-बारह दिन के अनावरण के बाद देका जाता है ऑर तीन से चार दिन तक इसका लक्षण मनुष्य या पशु मे देका जा सकता है। ओरुंगो विषानु के सामान्य नैदानिक विशेषताएँ है बुखार, सरदर्द, अस्वस्थता, इन्सेफेलाइटिस,रक्तस्त्रावी।

ओरुंगो विषाणु को रोशनी ऑर इलेक्ट्रोनिक माइक्रोस्कोपी के मधध से कोशिक संवर्धन ऑर तूहों अध्ययन किया गया था। ओरुंगो विषाणु को रोशनी ऑर इलेक्ट्रोनिक माइक्रोस्कोपी के मधध से कोशिक संवर्धन ऑर तूहों अध्ययन किया गया था। इस विषाणु को चूहे ऑर कोशिक संवर्धन के संक्रमित कोशिकाओं की कोशिका द्रव्य के सात एक विशिष्ट विषाणु जिसे दानेदार मैट्रिक्स जो सात तंतु है। विषाणु कण का अकार तिरसठ नैनॉमीठर है। इस विषाणु के कोर व्यास चॉंतीस नैनॉमीठर है।

अनेक विषाणु संक्रमित कोशिकाओं से सेल की सहायत से रिहा हो जाता है।ओरुंगो विशाणु ऑर सारी ओरबि विशाणु से अविवेच्य है।

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 फ़रवरी 2017.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 फ़रवरी 2017.