अहम् ब्रह्मास्मि

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अहम् ब्रह्मास्मि ‘ महावाक्य का उद्घोष वह करता है जिसका अज्ञान ज्ञान की अग्नि में नष्ट हो जाता हैं। वह स्वयं को जीव के परे परम तत्व जनता हैं, यह महा वाक्य का अर्थ है "मैं ब्रह्म हूं" मैं वह अजर अमर आत्मा हूं जो चराचर को धारण करती हैं, यह आत्मा सभी जीवों को धारण करती हैं।

फिल्म[संपादित करें]

इस महावाक्य पर सिनेमा जगत में संस्कृत भाषा की मुख्यधारा में प्रथम फ़िल्म का निर्माण 2019 में हुआ है, जिसका नाम "अहं ब्रह्मास्मि"ही है। यह भारत के अमर शहीद क्रांतिकारी 'चंद्रशेखर आजाद'के जीवन पर बनी है।इस फ़िल्म की निर्मात्री श्रीमती कामिनी दुबे जी हैं, तथा निर्देशक एवं नायक 'महर्षि आज़ाद' जी हैं। इस फ़िल्म को विश्वपटल पर सराहा और पुरस्कृत किया गया है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]