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23 मई 2024
- अन्तरइतिहास सुखदेव 17:37 +6 2409:40d0:bb:8a69:8000:: वार्ता टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- अन्तरइतिहास छो साम्ब 12:30 +11,844 राजेशतकयार वार्ता योगदान (कृष्ण पुत्र साम्ब जानकारी चाहने वाले लोगों के लिए एक बहुत आवश्यक नाम है। परन्तु कहीं पर भी उनके बारे में प्रमाणित जानकारी उपलब्ध नहीं है। ये एक प्रयास है। उम्मीद है कि सम्पादक महोदय अनुमति देंगे। धन्यवाद!)
22 मई 2024
- अन्तरइतिहास भगीरथ 16:09 −1 Aman Kashyap rajput वार्ता योगदान (पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इक्ष्वाकु मनु के पुत्र थे. कश्यप और आदिति से विवश्वान पैदा हुए और फिर उनके पुत्र के रूप में मनु का जन्म हुआ. मनु और श्रृद्धा की 10 संतानें थीं, जिसमें एक इक्ष्वाकु थे. प्राचीन ग्रंथ महाभारत के भीष्म पर्व के नौंवें अध्याय में महाराज इक्ष्वाकु का नाम आता है.) टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- अन्तरइतिहास छो भगीरथ 16:07 +17 Aman Kashyap rajput वार्ता योगदान (पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इक्ष्वाकु मनु के पुत्र थे. कश्यप और आदिति से विवश्वान पैदा हुए और फिर उनके पुत्र के रूप में मनु का जन्म हुआ. मनु और श्रृद्धा की 10 संतानें थीं, जिसमें एक इक्ष्वाकु थे. प्राचीन ग्रंथ महाभारत के भीष्म पर्व के नौंवें अध्याय में महाराज इक्ष्वाकु का नाम आता है.) टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- अन्तरइतिहास छो प्राचीन वंशावली 07:11 −4 संजीव कुमार वार्ता योगदान (→पांचाल राज्य: "अजामिदा" की कड़ी हटाई) टैग: 2017 स्रोत संपादन
- अन्तरइतिहास छो प्राचीन वंशावली 07:09 −6 संजीव कुमार वार्ता योगदान (→सम्राट भरत वंश: "अजामिदा" की कड़ी हटाई) टैग: 2017 स्रोत संपादन
20 मई 2024
- अन्तरइतिहास अजमीढ 09:43 −476 2401:7a0:3:44b1:19c6:6674:1fcf:36b वार्ता (क्षत्रिय अपनी वंशबेल को भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ पाते हैं। कहा गया है कि भगवान विष्णु के नाभि-कमल से ब्रह्माजी की उत्पत्ति हुई। ब्रह्माजी से अत्री और अत्रीजी की शुभ दृष्टि से चंद्र-सोम हुए। चंद्रवंश की 28वीं पीढ़ी में अजमीढ़जी पैदा हुए। महाराजा अजमीढ़जी का जन्म त्रेतायुग के अन्त में हुआ था। मर्यादा पुरुषोत्तम के समकालीन ही नहीं अपितु उनके परम मित्र भी थे। उनके दादा महाराजा श्रीहस्ति थे जिन्होंने प्रसिद्ध ह) टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- अन्तरइतिहास अजमीढ 09:40 +3,919 2401:7a0:3:44b1:19c6:6674:1fcf:36b वार्ता (ऐतिहासिक जानकारी जो विभिन्न रुपों में विभिन्न जगहों पर उपलब्ध हुई है उसके आधार पर हम मैढ़ क्षत्रिय अपनी वंशबेल को भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ पाते हैं। कहा गया है कि भगवान विष्णु के नाभि-कमल से ब्रह्माजी की उत्पत्ति हुई। ब्रह्माजी से अत्री और अत्रीजी की शुभ दृष्टि से चंद्र-सोम हुए। चंद्रवंश की 28वीं पीढ़ी में अजमीढ़जी पैदा हुए। महाराजा अजमीढ़जी का जन्म त्रेतायुग के अन्त में हुआ था। मर्यादा पुरुषोत्तम के समकालीन ही नहीं अपितु उनके परम मित्र भी थे। उनके दादा महाराजा श्रीहस्ति थे जिन्होंने प्रसिद्ध ह) टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
17 मई 2024
- अन्तरइतिहास इला 13:52 +3,044 103.148.23.146 वार्ता टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन