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  • महादेवी वर्मा कवयित्री साथ-साथ विशिष्ट गद्यकार भी थीं। उनकी कृतियाँ इस प्रकार हैं। महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- 1. नीहार (1930), 2. रश्मि (1932)...
    31 KB (2,083 शब्द) - 01:06, 29 फ़रवरी 2024
  • नीहार (श्रेणी महादेवी वर्मा)
    वाराणसी: ज्ञानमण्डल लिमिटेड. १९८६. पृ॰ ३०८. 2. निहार के बारे में महादेवी वर्मा का जीवन परिचय Archived 2023-01-26 at the वेबैक मशीन में काफी सरलता से बताया...
    4 KB (152 शब्द) - 05:12, 3 नवम्बर 2023
  • अतीत के चलचित्र (श्रेणी महादेवी वर्मा)
    पहाड़ की रमणी 'लछमा' का महादेवी के प्रति अनुपम प्रेम, यह सब प्रसंग महादेवी के चित्रण की अकूत क्षमता का परिचय देते हैं। वर्मा, महादेवी (23 मई 1941). अतीत...
    4 KB (212 शब्द) - 08:36, 15 सितंबर 2021
  • आत्मिका (श्रेणी महादेवी वर्मा)
    आत्मिका महादेवी वर्मा का कविता-संग्रह है। आधुनिक हिन्दी कविता की मूर्धन्य कवयित्री श्रीमती महादेवी वर्मा के काव्य में एक मार्मिक संवेदना है। सरल-सुधरे...
    3 KB (122 शब्द) - 13:11, 30 जून 2023
  • पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016. साहित्य अकादमी से डॉ शेफालिका वर्मा का परिचय प्रकाशन मैथिली कविता-संग्रह विप्रलब्धा, भावना प्रकाशन (1974) मधुगंधी...
    22 KB (1,493 शब्द) - 05:37, 16 जून 2020
  • सीखने के लिए काशी और प्रयाग गए जहां उनका परिचय निराला, महादेवी वर्मा, बच्चन जैसे बड़े साहित्यकारों से परिचय हुआ। बालशौरि रेड्डी और उनका साहित्य अहिंदी...
    4 KB (177 शब्द) - 12:38, 17 नवम्बर 2023
  • भटनागर का जन्म जनवरी 1914 को उत्तर प्रदेश (भारत) के शहर रामपुर में हुआ। लखनऊ और इलाहबाद में अध्ययन एवं शोध के दौरान निराला, पंत, महादेवी, रामकुमार वर्मा आदि...
    9 KB (579 शब्द) - 10:15, 11 जनवरी 2019
  • Thumbnail for महादेव देसाईं
    होता था) में जीवन की अन्तिम श्वास ली। महादेव देसाईं ने बापू के निजी सचिव के तौर पर कार्य करते हुए अपनी डायरी में भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन का जो जीवन्त...
    14 KB (886 शब्द) - 05:01, 10 जनवरी 2024
  • १९४६ में प्रकाशित हुई थी। उस समय इसका प्रकाशन साहित्यकार संसद द्वारा महादेवी वर्मा के संपादन में हुआ था। छठे संस्करण तक वह यहीं से प्रकाशित होती रही। सातवाँ...
    8 KB (468 शब्द) - 08:49, 23 जून 2021
  • Thumbnail for रामगढ़, उत्तराखण्ड
    रामगढ़, उत्तराखण्ड (श्रेणी आईएसबीएन के जादुई कड़ियों का उपयोग करने वाले पृष्ठ)
    था। साहित्यकारों को यह स्थान सदैव अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। स्व. महादेवी वर्मा, जो आधुनिक हिन्दी साहित्य की मीरा कहलाती हैं, को तो रामगढ़ भाया कि वे...
    9 KB (606 शब्द) - 06:55, 11 अप्रैल 2022
  • Thumbnail for सुभद्रा कुमारी चौहान
    सुभद्रा कुमारी चौहान (श्रेणी आज का आलेख)
    उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी हुई। इलाहाबाद के क्रास्थवेट गर्ल्स स्कूल में महादेवी वर्मा उनकी जूनियर और सहेली थीं। १९१९ में खंडवा के ठाकुर लक्ष्मण सिंह के साथ...
    18 KB (1,027 शब्द) - 15:53, 29 दिसम्बर 2023
  • Thumbnail for नालापत बालमणि अम्मा
    वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक महादेवी वर्मा की समकालीन थीं। उन्होंने 500 से अधिक कविताएँ लिखीं। उनकी गणना बीसवीं...
    99 KB (4,459 शब्द) - 10:26, 1 मार्च 2024
  • मुरारथा के सान्निध्य में रहे और 15 से अधिक किताबें लिखीं। डॉ॰ रघुवंश, महादेवी वर्मा के बेहद करीब रहे। उन्हें वे अपने छोटे भाई की तरह मानती थीं। वे शारीरिक...
    19 KB (1,191 शब्द) - 18:46, 23 अक्टूबर 2020
  • 'निराला', सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, पंडित माखन लाल चतुर्वेदी इस काव्य धारा के प्रतिनिधि कवि माने जाते हैं। छायावाद नामकरण का श्रेय मुकुटधर पाण्डेय को...
    45 KB (3,024 शब्द) - 14:09, 15 फ़रवरी 2024
  • Thumbnail for सुमित्रानन्दन पन्त
    से एक हैं। इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है। उनका जन्म कौसानी बागेश्वर...
    27 KB (1,570 शब्द) - 11:36, 15 मार्च 2024
  • Thumbnail for पांडुरंग महादेव बापट
    पांडुरंग महादेव बापट की मुलाकात हुई। ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन भारत की परिस्थिति विषय शेफर्ड सभागृह में निबन्ध-वाचन के अवसर पर श्यामजी कृष्ण वर्मा द्वारा...
    26 KB (1,538 शब्द) - 06:39, 4 जून 2021
  • महादेवी शांतला-1 - अनु.पी. वाचाल शर्मा पट्ट महादेवी शांतला-2 - अनु.पी. वाचाल शर्मा पठान - पृथ्वीराज कपुर पड़ौसी - पी. केशवदेव पतन - भगवती चरण वर्मा पति...
    99 KB (5,617 शब्द) - 08:54, 15 मार्च 2022
  • Thumbnail for सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
    स्तंभों में से एक माने जाते हैं। वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने...
    34 KB (2,075 शब्द) - 08:19, 17 अक्टूबर 2023
  • गहलोत हजारी प्रसाद द्विवेदी रामचन्द्र शुक्ल महादेवी वर्मा कुबेरनाथ राय विद्यानिवास मिश्र नन्ददुलारे वाजपेयी परिचय दास ललित निबंध हिन्दी निबन्ध कैसे लिखें...
    23 KB (1,462 शब्द) - 01:16, 2 फ़रवरी 2024
  • अकेले एक साथ: मन्नू भंडारी, राजी सेठ और अर्चना वर्मा की चुनिंदा कहानियाँ। • 2021: माई फ़ैमिली महादेवी वर्मा द्वारा। https://archive.org/details/whoswhoincontemp0000unse...
    6 KB (431 शब्द) - 19:50, 21 मार्च 2022
  • गुप्त - मेले का ऊँट भारतेंदु - इंग्लैंड और भारतवर्ष हरिशंकर परसाई - ठिठुरता हुआ गणतंत्र इकाई - ४ भारतेंदु हरिश्चंद्र - भारत दुर्दशा महादेवी वर्मा - बिबिया
  • ६६५;जयशंकर प्रसाद, ६७८; सुमित्रानंदन पंत, ६९४; सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, ७१४; महादेवी वर्मा, ७१९; अनुक्रमणिका (साहित्यकार), ७२३; अनुक्रमणिका (साहित्य), ७४३;
  • वाली सुश्री महादेवी वर्मा ही हैं। छायावाद का सामान्यतः अर्थ हुआ प्रस्तुत के स्थान पर उसकी व्यंजना करने वाली छाया के रूप में अप्रस्तुत का कथन। छायावाद
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