बेगूँ किसान आंदोलन

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बेगूँ किसान आंदोलन(1921-25)

वर्तमान में चित्तौड़गढ़ में स्थित हे। पहले मेवाड़ रियासत का प्रथम श्रेणी का ठिकाना हुआ करता था। यहा के किसानों से राव द्वारा 25 प्रकार की लाग-बाग वसूली जाती थी। इस आंदोलन की शुरुआत मेनाल (भीलवाड़ा) भेरूकुंड नामक स्थान से हुई थी।

प्रमुख नेता-रामनारायण चौधरी


बोल्शेविक समझौता -

ठाकुर अनुपसिंह एवं रामनारायण चौधरी के मध्य हुआ था।

किसानों की सारी मांगे मान ली गई, लेकिन मेवाड़ सरकार ने अस्वीकार कर दिया।

शासक - महाराणा फतेह सिंह

अनुपसिंह को उदयपुर में नजरबंद कर दिया गया।


गोविंदपुरा घटना -

स्थान - भीलवाड़ा

दिनांक - 13 जुलाई, 1923

किसानों की सभा पर कमीशनर ट्रेंच ने गोलिया चलवा दी, जिसमें रूपजी व कृपाजी धाकड़ नामक दो किसान शहीद हो गए।

गिरफ्तार - विजय सिंह पथिक


प्रमुख केंद्र - रायता/रायला


1925 में यह आंदोलन समाप्त हो गया।