सदस्य:Hunar.1830270

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
Hunar.1830270
[[File:
चित्र:WhatsApp Image 2019-02-15 at 12.06.46 PM
|250px|]]
नाम हुनर
लिंग महिला
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी

भूमिका[संपादित करें]

मेरा नाम हुनर मेहता है. मेरी उम्र १८ साल है और  मेरा जन्म चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था. में चेन्नई में ही पाली बड़ी हूँ. मेरे पिताजी का नाम राजेश कुमार मेहता है और  मेरे माताजी का नाम संध्या मेहता है. मेरे पिताजी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है और माताजी घरपतनी है. मेरी मातृभाषा मारवाड़ी है और मेरे पैतृक स्थान जोधपुर, राजस्थान है. मेरे माता पिता के दो बच्चे है और में सबसे बड़ी हूँ एवं मेरा छोटा भाई है. वह चट्टी कक्षा में पढता है. में बारवी कक्षा तक चेन्नई के चिन्मय विद्यालय में पढ़ी हूँ.

रूचियाँ[संपादित करें]

मुझे बचपन से किताबें पढ़ने और लिखने का बहुत शोक था. में बैडमिंटन भी खलती हूँ. में अपने विद्यालय की पत्रिका की सम्पादक रह चुकी हूँ. उस दुराण में इंटरैक्ट क्लब की सचिव भी थी. मैंने काई सारे अन्तर विद्यालय प्रतिस्पर्धा में भाग लिया है. अभी में बैंगलोर की क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से मीडिया अध्ययन एवं साहित्य की पढाई कर रही हूँ. में संयुक्त परिवार में पली बड़ी हूँ और मेरे परिवार में १५ लोग है. मेरे दादाजी एक वकील है और अब वह रिटायर हो चुके है.

बचपन[संपादित करें]

मैं बचपन से ही बहुत लोगों के बीच रही हूँ और इसीलिए नए लोगों से बात करने में, दोस्त बनाने में मुझे दिकत नहीं होती है.  मुझे नए नए शहर घूमना और अलग अलग लोगों से मिलना बहुत पसंद है. में भारत के कए सारे शहरों में घूमने गयी हूँ, एवं भारत से बाहर भी घूमी हूँ. मेरे कई सारे चचेरे भाई बेहेन है और मेरा पूरा परिवार एक साथ ख़ुशी से रहता है. मुझे इस बात से बहुत दुःख होता है की आज कल भारत में सयुंक्त परिवार तोह बिलकुल ही ख़तम होगये है. सब सिर्फ अपने बच्चों के साथ एक छोटे से घर में रहना पसंद करते है.

परिवार[संपादित करें]

मेरे हिसाब से एक घर में बड़ों का साया होना बहुत ज़रूरी है वरना वह घर नहीं केवल एक मकान बन कर रह जाता है. में बहुत खुशकिस्मत हूँ की मेरा इतना बड़ा परिवार है. मेरे दादाजी बहुत ही खुले विचारों वाले है और उन्होंने अपनी घर के सारी बेटियों को पढ़ने में कोई कामी नहीं छोड़ी. मेरी सबसे बड़ी बहन एक इंजीनियर है, और दूसरी बहन डॉक्टर है. उन्होंने कभी लड़के लड़की में भेद भाव नहीं की, और हम सबको एक समान बड़ा किया. मेरी माताजी समाज सेवक है और वह अपना गैर सरकारी संगठन चलाती है. यह संगठन ट्रांसजेंडर के समुदाय के लिए काम करता है. मेरे माता पिता मेरे लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है. उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया और मुझे ताकत और हिम्मत दी.

लक्ष्य[संपादित करें]

में आगे जाकर मीडिया में ही कुछ करना चाहती हूँ. में जहाँ भी रहूँ, जो भी करू, अपनी पैरों पे कड़ी होना चाहती हूँ. में पढ़ लिखकर अपने देश की बाकी लड़कियों के शिक्षा के लिए कुछ करना चाहती हूँ. लड़कियों का पढ़ाना बहुत ज़रूरी है, और हमारे देश की हर लड़की को यह मौका मिलना चाहिए. में कॉलेज के नाटक समूह का हिस्सा हूँ और मैंने काई सारे नाटकों में भाग लिया है. मुझे हिंदी, अंग्रेजी, मारवाड़ी और तमिल बोलना आता है. में १ो साल में अपने आप को अपने पैरों पर खड़ा होते देख सकती हूँ. में अपने माता पिता का नाम रोशन करना चाहती हूँ और मेरे रहते उनको अपने बुढ़ापे में काम करने की ज़रुरत न पड़े, एहि मेरा सपना है.