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विषय जोड़ेंआधुनिक जापान का इतिहास[संपादित करें]
जापान का आधुनिक काल मे एक महाशक्ति के रुप मे उत्कर्ष विश्व इतिहास कि एक वेहद आश्चर्यजनक घटना है ! जब से बाहरि देशो के सम्पर्क मे आने के बाद जापान का बन्द द्वार खुला तब से जापान इतना शक्तिशाली होने लगा कि पुर्वी और दक्षिणी-पुर्वी एशिया के देश उससे भय खाने लगे! इतना ही नही,अब वह पश्चिमी देशो के लिये भी चुनौती बन गया! आधुनिक काल के इतिहास मे दुनिया के अनेक अविकशित राष्ट्रों के लिए जापान ने आगे बढ़ने कि अनेक सिखे दि है! अब हम देखेगे कि जापान का किस प्रकार कायाकल्प हुआ और कैसे वह आधुनिक युग का एक महान राष्ट्र बन बैठा !
प्रारम्भिक सम्पर्क : १६वि सदी का प्रसिद्ध पुर्तगाली नाविक मीन्देस पिन्तो सम्भवत्ः पहला युरोपीय था जिसने जापान कि धरती पर पाँव रखा ! बाद मे बहुत से पूर्तगाली व्यापार के उद्देश्य से जापान जा पहुँचे ! सातसुमा प्रान्त के लोगो ने उन्का बड़ा आवभगत किया तथा वहा के डैम्यो ने उनसे अस्त्र सस्त्र खरिदे एवम उन्से बन्दुक ,तोपे एवम बारुद बनाने कि कला सीखी ! पुर्तगाली नाविको के साथ १५४९ ई० मे कुछ ईसाई पादरी भी सातसुमा पहुन्चे ! और डैम्यो से अनुमती प्राप्त कर उन्होने वहा ईसाई धर्म का प्रचार करना आरंम्भ कर दिया! पुर्तगालीयो के बाद स्पेनिश , डच तथा अंग्रेजो का आगमन हुआ