धनंजय कीर

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वविठ्ठल धनंजय कीर (1910–1997) एक प्रसिद्ध भारतीय लेखक और जीवनी लेखक थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के कई प्रमुख नेताओं की जीवनियों का लेखन किया। उनका लेखन भारतीय सामाजिक और राजनीतिक इतिहास को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कीर ने अपने लेखन के माध्यम से न केवल ऐतिहासिक तथ्यों का वर्णन किया, बल्कि उन नेताओं के व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन की घटनाओं को भी सजीव रूप में प्रस्तुत किया, जिनका भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कीर का जन्म 1910 में महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल से प्राप्त की और बाद में उच्च शिक्षा के लिए मुंबई विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। शिक्षा के प्रति उनका गहरा लगाव और लेखन के प्रति जुनून ने उन्हें एक प्रसिद्ध जीवनी लेखक बनने के मार्ग पर अग्रसर किया।

विठ्ठल धनंजय कीर की सबसे प्रसिद्ध कृति डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जीवनी है, जो भारतीय संविधान के निर्माता और दलित समाज के मसीहा माने जाते हैं। इस जीवनी ने आंबेडकर के जीवन और संघर्षों को व्यापक जनमानस तक पहुँचाया और उनकी विचारधारा को समझने में मदद की। इसके अलावा, कीर ने महात्मा गांधी वीर लोकमान्य तिलक जैसे अन्य प्रमुख नेताओं की जीवनियों का भी लेखन किया।