डेट रेप ड्रग्स

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डेट रेप ड्रग्स को दरिंदा दवा के रूप में भी जाना जाता है। ये वो इनकैपैसिटेटिंग (incapacitating) एजेंट (agent) हैं, जो किसी मनुष्य के शरीर में जाने के पश्चात उस मनुष्य को अशक्त बनाने के साथ ही उन्हें किसी भी प्रकार के दवा सुगम यौन उत्पीड़न (डी ऍफ़ एस ऐ) का शिकार में सक्षम है। सबसे सामान्य प्रकार के डी ऍफ़ एस ऐ वह हैं जिनमे शिकार मनोरंजनात्मक दवाओं का सेवन करते हैं, जिस प्रकार किसी को चुपके से शराब पिलाना। ज्यादातर डी ऍफ़ एस ऐ के मामलों में स्वेच्छा से शराब की खपत पाई जाती है। अन्य डेट रेप ड्रग्स में रोहीपनौल (rohypnol), कीटामीन (ketamine) and गामा- हय्डरॉक्सीब्युटईरेट (gamma-hydroxybutyrate) (GHB) भी शामिल हैं।

घटना की आवृत्ति[संपादित करें]

वर्तमान में कितनी बार डी ऍफ़ एस ए (DFSA) छल औषधि प्रशासन के उपयोग के साथ होता है, इस पर कोई व्यापक डेटा नहीं है। डेटा की कमी की मुख्य कारण हमले की कम दर रिपोर्ट तथा एक कारण यह भी है कि जो शिकार रिपोर्ट करते भी हैं उन्हें इस प्रकार की दवाओं के लिए कभी जांचा ही नहीं जाता, अन्य प्रकार की दवाओं के लिए जांचा जाता है, या फिर परीक्षण तब प्रशासित किया जाता है जब दवा मैटाबोलाएजेड (metabolized) हो चुकी हो या शरीर छोड़ चुक्की हो।

दस्तावेज तारीख बलात्कार दवा[संपादित करें]

सबसे अधिक डी ऍफ़ एस ऐ के लिए स्वेच्छा से शराब की खपत का इस्तेमाल किया जाता है। वास्तव में कोई भी दवा जो बलात्कार में सहायक हो उसे तारीख बलात्कार दवा कहा जाता है। रोहिप्नोल (rohipnol) और केतामिने (ketamine) के अतिरिक्त, ह्य्प्नोतिच्स (hypnotics) जैसे ज़ोपीक्लोने (zopiclone), ज़ोल्पिदेम (zolpidem), सेदेटिवेस (sedatives) जैसे नयूरोलेप्तिक्स (neuroleptics), क्लोरल हाइड्रेट (chloral hydrate) या अन्य हिस्टामिन एच१ अन्तागोनिस्ट्स (histamen H1 antagonist) सामान्य रूप से मनोरंजन के लिए इथेनॉल (ethanol), मैरीजुआना (marijuana), कोकैने (cocaine), इस्तेमाल की जाती हैं।

शराब (alcohol)[संपादित करें]

आमतौरपर शराब के सेवन द्वारा डी ऍफ़ एस ऐ के मामले सामने आते हैं, जहाँ शिकार स्वेच्छा से शराब का सेवन करते हैं, इसका मुख्य कारण यह भी मन जा सकता है कि शराब बाज़ार में सरलता से पाई जाती है, और कानूनी तौर पे मान्यता प्राप्त भी है। बहोत से अपराधी इसे इस्तेमाल करना पसंद इसलिए करते हैं क्यूंकि उनके शिकार उसे ग्रहण करते हैं, आर बिना किसी शक के वो उसे इस्तेमाल करते हुए डी ऍफ़ एस ऐ को अंजाम दे सकते हैं। तथा शराब के सेवन की वजह से शिकार अपनी औचित्य खो बैठे आर शिकारी अपने शिकार के साथ कुकर्म क्र सके। बहुत सारे अध्यन के परिणाम स्वरुप यह पाया गया है की:-

  • लगभग ५०% छात्रों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के मामलों में शराब का ही इस्तेमाल किया जाता है।
  • जिन औरतों के जीवन साथी आमतौर पे शराब के सेवन करते हैं, वो ३.६ गुना ज्यादा यौन उत्पीड़न की शिकार होती हैं।

z-ड्रग्स[संपादित करें]

यु.एस। ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (U.S. Drug Enforcement Administration) के अनुसार अधिक्तम डी ऍफ़ एस ऐ के मामलों में ज़ोल्पिदेम(zolpidem) को इस्तेमाल किया जाता है।

बेन्ज़ोदिअज़ेपिने(banzodizepines)[संपादित करें]

बेन्ज़ोदिअज़ेपिनेस के मुख्य उदाहरण वैलियम(Valium), लिबेरियम (Librium), क्सानव (Xanax), और अतिवन (Ativan) हैं जिनको अधिक्तम इस्तेमाल में लाया जाता है। बेन्ज़ोदिअज़ेपिनेस को भी कुख्यात रूप से इस्तेमाल में लाया जाता है डी ऍफ़ एस ऐ के लिए, जिनमे सबसे ज्यादा फ्लुनित्रज़ेपम (flunitazepam) का इस्तेमाल किया जाता है। बेन्ज़ोदिअज़ेपिनेस का मूत्र परीक्षण की मदद से भी पता लगाया जा सकता है, परन्तु अधिक्तम परीक्षण बेन्ज़ोदिअज़ेपिनेस को सेवन के ७२ घंटों तक ही पता लगाया जा सकता है। अधिक्तम बेन्ज़ोदिअज़ेपिनेस परीक्षण रोह्य्प्नोल का नहीं पता लगा सकते, उसके लिए अलग से परीक्षण किये जाते हैं।

रोह्य्प्नोल (rohypnol)[संपादित करें]

रोह्य्प्नोल को अधिक्तम यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइटेड किंगडम, यूरोप, एशिया और साउथ अमेरिका में डी ऍफ़ एस ऐ के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रोफ्य्नोल के लिए जो परीक्षण किये जाते हैं, उसके लिए खून और बाल के नमूनों द्वारा जांचा जाता है। क्यूंकि कुछ परीक्षण रोह्य्प्नोल के लिए गलत परिणाम देते हैं। अधिक्तर विशेषग्य यह मानते हैं कि रोह्य्प्नोल के परीक्षण के लिए गैस क्रोमैटोग्राफी-मास स्पेक्ट्रोमेट्री (gas chromatography-mass spectrometry) का इस्तेमाल करते हैं।