सुल्तानज़ादा सबाहुद्दीन

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सुल्तानज़ादा सबाहुद्दीन

प्रिंस सबाहत्तिन डी नेउशाटेल (जन्म: सुल्तानज़ादा महमद सबाहुद्दीन; 13 फरवरी 1879 इस्तांबुल में - 30 जून 1948, नेउशाटेल, स्विट्ज़रलैंड में) एक उस्मानी समाजशास्त्री और विचारक थे।[1] 19वीं और शुरूआती 20वीं सदियों के दौरान उन्हें उस्मानिया साम्राज्य से निर्वासित किए गए क्योंकि वे लोकतंत्र की हिमायत में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल थे। इसलिए राजकीय उस्मानी शाही ख़ानदान के नज़रिए से वे ख़तरनाक व्यक्तित्व थे।

उस्मानी शाही ख़ानदान के सदस्य होने के बावजूद वे युवा तुर्क आन्दोलन में शामिल थे। प्रिंस सबाहत्तिन इमाईल दुर्खीम के बड़े हामी होते हुए ने तुर्की में समाजशास्त्र की शुरूआती बुनियाद रखी। आगे चलकर उन्होंने 1902 में 'निजी उद्यम और विकेंद्रीकरण एसोसिएशन' (तुर्कीयाई: Teşebbüs-i Şahsi ve Adem-i Merkeziyet Cemiyeti) नामक संगठन की स्थापना की थी।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर