सिडनी जेम्स वेव

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
सिडनी जेम्स वेब

सिडनी जेम्स वेव (१८५९ - १९४७) फेबियन समाजवादी विचारधारा के मुख्य सिद्धांतकार थे।

परिचय[संपादित करें]

सिडनी जेम्स का जन्म निम्न मध्यम वर्ग के परिवार में हुआ था। माता पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी तो न थी, फिर भी उन्हें शिक्षा के लिए स्विटजरलैंड और जर्मनी भेजा गया। लंदन विश्वविद्यालय में भी उन्होंने अध्ययन किया। १९ वर्ष की उम्र में उन्होंने जानपद सेवा में प्रवेश किया, और वहाँ पर १८९१ तक कार्य किया। इसके पश्चात् त्यागपत्र देकर वे फेबियन सोसयटी द्वारा समाजसुधार के कार्य में लग गए। उनके लेख 'फैबियन ऐसेज़' में प्रकाशित हुए जिन्हें वीट्रिस पीटर ने पढ़ा ओर वह इनसे प्रभावित हुई। १८९२ में वेब का विवाह बीट्रिस से हुआ। पीटर का परिवार १९वीं शताब्दी के औद्योगिक विकास से लाभान्वित था। यह बड़े उद्योगपति थे और धनाढ्य भी। इसके कारण बीट्रिस का संपर्क प्रमुख व्यक्तियों से था। १८८७ में व समाजकार्य में प्रविष्ट हुई थीं और अपने चचेरे भाई के साथ 'लाइफ ऐंड लेबर ऑव दी पीपुल ऑव लंडन' प्रकाशित कर चुकी थीं। सिडनी से भेंट के समय वह 'दि कोओपरेटिव मूवमेंट इन ग्रेट ब्रिटेन' पुस्तक पर कार्य कर रही थीं।

१८९२ में विवाह के पश्चात् उनका लंदनगृह बौद्धिक कार्य और गंभीर सामाजिक चिंतन का केंद्र बना। इसके पश्चात् इन दोनों ने मिलकर कई ग्रंथों की रचना की और स्थानीय सरकार, मजदूर संघ आंदोलन, निर्धन नियम प्रशासन और सहकारी आंदोलन पर निष्पक्ष अनुसंधान द्वारा व्यावहारिक विचार प्रस्तुत किए।

सक्रिय राजनीति और शासन से वेब का संपर्क काफी घनिष्ठ था। वे लंदन काउंटी कांउसिल के १८९२ से १९१० तक सदस्य थे और उन्हीं के प्रयासों के परिणामस्वरूप 'लंदन स्कूल ऑव इकनामिक्स ऐंड पोलिटिकल साइंस' की स्थापना हुई, तथा १९०२ से १९१९ तक उन्होंने इसमें जन प्रशासन के आचार्य का कार्य किया। १९२२ में वे संसद्सदस्य निर्वाचित् हुए और १९२४ में मैकडोनल के मंत्रिमंडल में 'बोर्ड ऑव ट्रेड' के सभापति नियुक्त हुए। १९२९ में जब मजदूर दल को पुन: सत्ता प्राप्त हुई तो वे उपनिवेश मंत्री नियुक्त हुए, जिस पद पर उन्होंने १९३१ तक कार्य किया। १९२९ में मैक्डानल के जोर देने पर उन्होंने पियरेज (बैरन पास फील्ड) स्वीकार की। १९३१ में उन्होंने जनजीवन से अलग रहकर अपना शेष जीवन लेखन कार्य में लगाया।

१९१३ में उन्होंने 'दी न्यू स्टेट्समैन' की स्थापना की। १९३२ में वे सोवियत संघ गए और वहाँ से लौटने पर १९३५ में अपनी पुस्तक 'सोवियत कम्युनिज्म' प्रकाशित की। १९४३ में बीट्रिस की मृत्यु हुई। उसके चार वर्ष बाद सिडनी की भी जीवनलीला समाप्त हुई।