शोथा रुस्थावेली

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चित्र:Shota.jpg
कलाकार सर्गो कोबुलाद्ज़े द्वारा महाकवि शोथा रुस्थावेली की चित्राकृति

शोथा रुस्थावेली (जॉर्ज. შოთა რუსთაველი, जन्म और मृत्यु के वर्ष अज्ञात हैं) — बारहवीं शताब्दी का जॉर्जियाई महाकवि तथा काव्य शेर की खाल वाला वीर का रचयिता था।

रुस्थावेली के जीवन से संबंधित बहुत कम जानकारी मिलती है। संभव है कि कवि का उपनाम रुस्थावेली उस के जन्म-स्थान रुस्थावी से उत्पन्न हुआ हो।
रुस्थावेली ने यूनान में शिक्षा पाई; फिर वह थामार-रानी के दरबार में कोषाध्यक्ष बन गया (सन 1190 के एक अभिलेख में रुस्थावेली का हस्ताक्षर उपस्थित है)।
बारहवीं शताब्दी में जहाँ एक ओर जॉर्जियाई राज्य की राजनैतिक शक्ति का उत्थान हो रहा था वहीं दूसरी ओर थामार-रानी के भव्य दरबार में गीतिकाव्य का विकास अपनी चरम सीमा पर था। इसी समय तत्कालीन रुस्थावेली का मनोहर शेर की खाल वाला वीर नामक महाकाव्य रचा गया जो जॉर्जियाई साहित्य का अभिमान है।
महाकाव्य से पढ़ने से यह स्पष्ट हो जाता है कि उस का रचयिता होमर के काव्यों, प्लेटो के दर्शन शास्त्र तथा अरबी और फ़ारसी साहित्य से परिचित था।