गणन संख्या (भाषा विज्ञान)

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गणन बनाम क्रमसूचक संख्याएँ
गणन एक दो तीन चार
क्रमसूचक पहला दूसरा तीसरा चौथा
१ला २रा 3रा 4था

भाषा विज्ञान में, विशेषकर पारम्परिक व्याकरण में, गणन संख्या या गणन संख्यांक एक शब्दभेद है जिसका प्रयोग गिनने के लिए होता है, जैसे कि हिन्दी शब्द एक, दो, तीन और समास, उदाहरणार्थ एक हज़ार चार सौ पच्चीस, इत्यादि। गणन संख्याओं को निश्चित संख्यांकों के रूप में श्रेणीबद्ध किया जाता हैं और वे पहला, दूसरा, तीसरा, इत्यादि जैसे क्रमसूचक संख्याओं से संबंधित हैं।[1][2][3]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. David Crystal (2011). Dictionary of Linguistics and Phonetics (6th संस्करण). John Wiley & Sons. पृ॰ 65. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-405-15296-9.
  2. Hadumo Bussmann (1999). Routledge Dictionary of Language and Linguistics. Taylor & Francis. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-415-20319-7.
  3. James R. Hurford (1994). Grammar: A Student's Guide. Camsixbridge University Press. पपृ॰ 23–24. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-45627-2. मूल से 26 जून 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2018.