अनन्त समान्तर श्रेणी

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गणित में अनन्त समान्तर श्रेणी एक अनन्त श्रेणी है जिसके पद समान्तार श्रेढ़ी में होते हैं। उदाहरण के लिए 1 + 1 + 1 + 1 + · · · और 1 + 2 + 3 + 4 + · · ·, जहाँ सार्व अन्तर क्रमशः शून्य (0) और एक (1) हैं। एक अनन्त श्रेणी के लिए व्यापक पद निम्न प्रकार लिखा जा सकता है

यदि a = b = 0, तब श्रेणी का योग भी 0 ही होगा। यदि या तो a या फिर b शून्यतर (जो शून्य नहीं है) है तो श्रेणी अपसारी होगी और सामान्य रूप में अर्थहीन योग होगा।

ज़ेटा नियमितीकरण[संपादित करें]

ठीक रूप से एक समान्तर श्रेणी का ज़ेटा नियमितीकरण योग सम्बद्ध हुर्वित्ज़ ज़ेटा फलन का मान है,

यद्यपि ज़ेटा नियमितीकरण योग 1 + 1 + 1 + 1 + · · · से ζR(0) = −12 और 1 + 2 + 3 + 4 + · · · से ζR(−1) = −112 प्राप्त होता है, जहाँ ζ रीमान ज़ेटा फलन है, व्यापक रूप में उपर्युक्त व्यंजक के बराबर नहीं है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  • (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  • (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर (arXiv preprint)
  • (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर

ये भी देखें[संपादित करें]