अक्कदी सभ्यता
निर्देशांक: 33°6′N 44°6′E / 33.100°N 44.100°E
अक्कदी साम्राज्य | |||||
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अक्कदी साम्राज्य क मानचित्र (भूरा) सैन्य अभियानों की दिशा(पीले तीरों में)
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राजधानी | अक्कद | ||||
भाषाएँ | अक्कदी भाषा | ||||
धार्मिक समूह | सुमेरियाई धर्म | ||||
शासन | राजशाही | ||||
राजा | |||||
- | २३३४-२२७९ ई.पू | सारगोन (first) | |||
- | २१७०-२१५४ ई.पू | शू-तुरुल (last) | |||
ऐतिहासिक युग | कांस्य युग | ||||
- | स्थापित | २३५० ई.पू | |||
- | अक्कद के सरगोन का युद्ध | २३४० ई.पू से २२८४ ई.पू | |||
- | अंत | २१५० ई.पू | |||
क्षेत्रफल | |||||
- | २३३४ ई.पू[1] | 8,00,000 किमी ² (3,08,882 वर्ग मील) | |||
आज इन देशों का हिस्सा है: | |||||
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अक्कद या अगादे मेसोपोटामिया की प्राचीनकालीन सभ्यताओं में से एक था। इसका काल 2334-2154 ईसापूर्व के बीच था। इसके बाद और पहले सुमेरी सभ्यता का प्रभाव रहा पर इस काल में साहित्य का विकास हुआ। अपने पतन के ५०० सालों के बाद में अक्कदी भाषा ने सुमेरी भाषा का स्थान व्यवहार में आने वाली भाषा के रूप में ले लिया। आधुनिक यहूदी और अरब अपने को इन्हीं सम्राटों के वंशज मानते हैं।
मानचित्र[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर