"अयोध्या विवाद": अवतरणों में अंतर

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[[राम जन्मभूमि का इतिहास]]
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मुस्लिम शासक बाबर 1527 में फरगना से आया था. उसने चित्तौरगढ़ के हिंदू राजा राणा संग्राम सिंह को फतेहपुर सिकरी में परास्त कर दिया. बाबर ने अपने युद्ध में तोपों और गोलों का इस्तेमाल किया. जीत के बाद बाबर ने इस क्षेत्र का प्रभार मीर बांकी को दे दिया.
मुस्लिम शासक बाबर 1527 में फरगना से आया था. उसने चित्तौरगढ़ के हिंदू राजा राणा संग्राम सिंह को फतेहपुर सिकरी में परास्त कर दिया. बाबर ने अपने युद्ध में तोपों और गोलों का इस्तेमाल किया. जीत के बाद बाबर ने इस क्षेत्र का प्रभार मीर बांकी को दे दिया.
मीर बांकी ने उस क्षेत्र में मुस्लिम शासन लागू कर दिया. उसने आम नागरिकों को नियंत्रित करने के लिए आतंक का सहारा लिया. मीर बांकी 1528 में अयोध्या आया और मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनवाया,<ref name="Sayyid Shahabuddin Abdur Rahman 1987, pp. 29-30">Sayyid Shahabuddin Abdur Rahman, Babri Masjid, 3rd print, Azamgarh: Darul Musannifin Shibli Academy, 1987, pp. 29-30.</ref>.
मीर बांकी ने उस क्षेत्र में मुस्लिम शासन लागू कर दिया. उसने आम नागरिकों को नियंत्रित करने के लिए आतंक का सहारा लिया. मीर बांकी 1528 में अयोध्या आया और मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनवाया,<ref name="Sayyid Shahabuddin Abdur Rahman 1987, pp. 29-30">Sayyid Shahabuddin Abdur Rahman, Babri Masjid, 3rd print, Azamgarh: Darul Musannifin Shibli Academy, 1987, pp. 29-30.</ref>.


==संदर्भ==

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12:31, 18 सितंबर 2010 का अवतरण

अयोध्या विवाद एक राजनीतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक-धार्मिक विवाद है जो नब्बे के दशक में सबसे ज्यादा उभार पर था. इस विवाद का मूल मुद्दा हिंदू देवता राम की जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद की स्थिति को लेकर है. विवाद इस बात को लेकर है कि क्या हिंदू मंदिर को ध्वस्त कर वहां मस्जिद बनाया गया या मंदिर को मस्जिद के रूप में बदल दिया गया.

राम जन्मभूमि का इतिहास मुस्लिम शासक बाबर 1527 में फरगना से आया था. उसने चित्तौरगढ़ के हिंदू राजा राणा संग्राम सिंह को फतेहपुर सिकरी में परास्त कर दिया. बाबर ने अपने युद्ध में तोपों और गोलों का इस्तेमाल किया. जीत के बाद बाबर ने इस क्षेत्र का प्रभार मीर बांकी को दे दिया. मीर बांकी ने उस क्षेत्र में मुस्लिम शासन लागू कर दिया. उसने आम नागरिकों को नियंत्रित करने के लिए आतंक का सहारा लिया. मीर बांकी 1528 में अयोध्या आया और मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनवाया,[1].

संदर्भ

  1. Sayyid Shahabuddin Abdur Rahman, Babri Masjid, 3rd print, Azamgarh: Darul Musannifin Shibli Academy, 1987, pp. 29-30.