"अंतरिक्ष शटल": अवतरणों में अंतर

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आरंभिक एयरक्राफ्ट एक बार ही प्रयोग हो पाया करते थे। शटल के ऊपर एक विशेष प्रकार की तापरोधी चादर होती है। यह चादर [[पृथ्वी]] की कक्षा में उसे [[घर्षण]] से पैदा होने वाली [[ऊष्मा]] से बचाती है। इसलिए इस चादर को बचाकर रखा जाता है। यदि यह चादर न हो या किसी कारणवश टूट जाए, तो पूरा यान मिनटों में जलकर खाक हो जाता है। चंद्रमा पर कदम रखने वाले अभियान के अलावा, ग्रहों की जानकारी एकत्र करने के लिए जितने भी स्पेसक्राफ्ट भेजे जाते है, वे रोबोट क्राफ्ट होते है।<ref name="हिन्दुस्तान"/> कंप्यूटर और रोबोट के द्वारा धरती से इनका स्वचालित संचालन होता है। चूंकि इन्हें धरती पर वापस लाना कठिन होता है, इसलिए इनका संचालन स्वचालित रखा जाता है। चंद्रमा के अलावा अभी तक अन्य ग्रहों पर भेजे गये शटल इतने लंबे अंतराल के लिये जाते हैं, कि उनके वापस आने की संभावना बहुत कम या नहीं होती है। इस श्रेणी का शटल [[वॉयेजर १]] एवं [[वॉयेजर २]] रहे हैं। स्पेस शटल [[डिस्कवरी अंतरिक्ष यान|डिस्कवरी]] कई वैज्ञानिकों के साथ [[अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन]] की मरम्मत करने और अध्ययन के लिए अंतरिक्ष में गया था।
आरंभिक एयरक्राफ्ट एक बार ही प्रयोग हो पाया करते थे। शटल के ऊपर एक विशेष प्रकार की तापरोधी चादर होती है। यह चादर [[पृथ्वी]] की कक्षा में उसे [[घर्षण]] से पैदा होने वाली [[ऊष्मा]] से बचाती है। इसलिए इस चादर को बचाकर रखा जाता है। यदि यह चादर न हो या किसी कारणवश टूट जाए, तो पूरा यान मिनटों में जलकर खाक हो जाता है। चंद्रमा पर कदम रखने वाले अभियान के अलावा, ग्रहों की जानकारी एकत्र करने के लिए जितने भी स्पेसक्राफ्ट भेजे जाते है, वे रोबोट क्राफ्ट होते है।<ref name="हिन्दुस्तान"/> कंप्यूटर और रोबोट के द्वारा धरती से इनका स्वचालित संचालन होता है। चूंकि इन्हें धरती पर वापस लाना कठिन होता है, इसलिए इनका संचालन स्वचालित रखा जाता है। चंद्रमा के अलावा अभी तक अन्य ग्रहों पर भेजे गये शटल इतने लंबे अंतराल के लिये जाते हैं, कि उनके वापस आने की संभावना बहुत कम या नहीं होती है। इस श्रेणी का शटल [[वॉयेजर १]] एवं [[वॉयेजर २]] रहे हैं। स्पेस शटल [[डिस्कवरी अंतरिक्ष यान|डिस्कवरी]] कई वैज्ञानिकों के साथ [[अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन]] की मरम्मत करने और अध्ययन के लिए अंतरिक्ष में गया था।


==दीर्घा==
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Image:STS-95 landing.jpg|[[Space Shuttle Discovery|''Discovery'']] touches down at the end of [[STS-95]].
Image:STS-95 landing.jpg|[[डिस्कवरी अंतरिक्ष यान|''डिस्कवरी'']] की भूमि पर वापसी
Image:STS-73 landing.jpg|[[कोलंबिया अंतरिक्ष यान दुर्घटना|''कोलंबिया'']] कैनेडि स्पेस सेंटर पर लैंडिंग
Image:STS-73 landing.jpg|[[Space Shuttle Columbia|''Columbia'']] lands at Kennedy Space Center at the end of [[STS-73]].
Image:Space Shuttle Endeavour landing.jpg|[[Space Shuttle Endeavour|''Endeavour'']] brake chute deploys after touching down
Image:Space Shuttle Endeavour landing.jpg|[[एंडेवर अंतरिक्ष शटल|''एंडेवर'']] टच डाउन पर ब्रेकशूट
Image:Discovery mission completed q.jpg| ''Discovery'' after landing on Earth for crew disembarkment
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11:00, 28 दिसम्बर 2009 का अवतरण

अंतरिक्ष शटल
अंतरिक्ष शटल डिस्कवरी लॉन्च
अंतरिक्ष शटल डिस्कवरी लॉन्च
कार्य मानव सहित आंशिक पुनःप्रयोगनीय लॉन्च एवं पुनर्प्रवेश प्रणाली
निर्माता यूनाइटेड स्पेस एलायंस:
en:Thiokol/एलायंट टेक्सिस्टम्स (एस.आर.बी.)
लॉकहीड मार्टिन (मार्टिन मैरिएटा) – (ET)
रॉकवेल/बोइंग (ऑर्बिटर)
मूल देश  संयुक्त राज्य अमेरिका
आकार
ऊंचाई 184 ft (56.1 m)
व्यास 28.5 ft (8.69 m)
द्रव्यमान 4,470,000 lb (2,030 t)
चरण 2
क्षमता
LEO को पेलोड 24,400 kg (53,600 lb)
जीटीओ
को पेयलोड
3,810 kg (8,390 lb)
लॉन्च इतिहास
वर्तमान स्थिति सक्रिय
लॉन्च स्थल एलसी-३९, कैनेडि स्पेस सेंटर
एसएलसी-६, वैन्डन्बर्ग एएफ़बी (अप्रयुक्त)
कुल लॉन्च १२९
सफल लॉन्च १२८
असफल परीक्षण १ (launch failure, Challenger)
अन्य १ (री-एन्ट्री फेल्योर, कोलंबिया)
प्रथम उड़ान १२ अप्रैल, १९८१
उल्लेखनीय पेयलोड en:Tracking and Data Relay Satellites
स्पेसलैब
ग्रेट ऑब्ज़र्वेट्रीज़
गैलीलियो
मैगेलन
अंतरिक्ष स्टेशन घटक
बूस्टर (चरण ०) - ठोस रॉकेट बूस्टर्स
No बूस्टर
इंजन 1 ठोस
दबाव २,८००,००० पाउंड प्रति, सागर तल लिफ्टऑफ (१२.५ मेगा न्यूटन)
विशिष्ट आवेग (स्पेसिफिक इम्पल्स) 269 s
बर्न समय 124 s
ईंधन ठोस
प्रथम चरण - बाहरी टैंक
इंजन (none)
(3 SSMEs located on Orbiter)
थ्रस्ट 1,225,704 lbf total, sea level liftoff (5.45220 MN)
विशिष्ट आवेग (स्पेसिफिक इम्पल्स) 455 s
बर्न टाइम 480 s
ईंधन LOX/LH2
द्वितीय चरण - Orbiter
इंजन 2 OME
थ्रस्ट 53.4 kN combined total vacuum thrust (12,000 lbf)
विशिष्ट आवेग (स्पेसिफिक इम्पल्स) 316 s
बर्न टाइम 1250 s
ईंधन MMH/N2O4

अंतरिक्ष शटल संयुक्त राज्य अमरीका में नासा द्वारा मानव सहित या रहित उपग्रह यातायात प्रणाली को कहा जाता है। यह शटल पुन: प्रयोगनीय यान होता है और इसमें कंप्यूटर डाटा एकत्र करने और संचार के तमाम यंत्र लगे होते हैं।[1] इसमें सवार होकर ही वैज्ञानिक अंतरिक्ष में पहुंचते हैं। अंतरिक्ष यात्रियों के खाने-पीने और यहां तक कि मनोरंजन के साजो-सामान और व्यायाम के उपकरण भी लगे होते हैं। अंतरिक्ष शटल को स्पेस क्राफ्ट भी कहा जाता है, किन्तु ये अंतरिक्ष यान से भिन्न होते हैं। इसे एक रॉकेट के साथ जोड़कर अंतरिक्ष में भेजा जाता है, लेकिन प्रायः यह सामान्य विमानों की तरह धरती पर लौट आता है। इसे अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए कई बार प्रयोग किया जा सकता है, तभी ये पुनःप्रयोगनीय होता है। इसे ले जाने वाले रॉकेट ही अंतरिक्ष यान होते हैं।

आरंभिक एयरक्राफ्ट एक बार ही प्रयोग हो पाया करते थे। शटल के ऊपर एक विशेष प्रकार की तापरोधी चादर होती है। यह चादर पृथ्वी की कक्षा में उसे घर्षण से पैदा होने वाली ऊष्मा से बचाती है। इसलिए इस चादर को बचाकर रखा जाता है। यदि यह चादर न हो या किसी कारणवश टूट जाए, तो पूरा यान मिनटों में जलकर खाक हो जाता है। चंद्रमा पर कदम रखने वाले अभियान के अलावा, ग्रहों की जानकारी एकत्र करने के लिए जितने भी स्पेसक्राफ्ट भेजे जाते है, वे रोबोट क्राफ्ट होते है।[1] कंप्यूटर और रोबोट के द्वारा धरती से इनका स्वचालित संचालन होता है। चूंकि इन्हें धरती पर वापस लाना कठिन होता है, इसलिए इनका संचालन स्वचालित रखा जाता है। चंद्रमा के अलावा अभी तक अन्य ग्रहों पर भेजे गये शटल इतने लंबे अंतराल के लिये जाते हैं, कि उनके वापस आने की संभावना बहुत कम या नहीं होती है। इस श्रेणी का शटल वॉयेजर १ एवं वॉयेजर २ रहे हैं। स्पेस शटल डिस्कवरी कई वैज्ञानिकों के साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की मरम्मत करने और अध्ययन के लिए अंतरिक्ष में गया था।

दीर्घा

संदर्भ

  1. स्पेस शटल|हिन्दुस्तान लाइव|२७ दिसंबर, २००९

बाहरी सूत्र