"चुटकुला": अवतरणों में अंतर
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== चुटकुलों पर हंसी क्यों आती है == |
== चुटकुलों पर हंसी क्यों आती है == |
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मनोवैज्ञानिकों और साहित्य पर अनुसन्धान करने वालों ने इस प्रश्न पर काफी गहराई से अध्ययन किया है कि चुटकुलों पर लोग बेबसी से हँसते क्यों हैं। इस विषय को लेकर बहुत से सूक्ष्म प्रश्न सामने आते हैं, जैसे कि ऐसा क्यों है के एक ही चुटकुला जब एक आदमी सुनाये तो लोग हँसते हैं लेकिन दूसरा सुनाये तो नहीं हँसते? यह माना जाता है के कई चुटकुलों में तनाव के उतार-चढ़ाव का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। जैसे कि |
मनोवैज्ञानिकों और साहित्य पर अनुसन्धान करने वालों ने इस प्रश्न पर काफी गहराई से अध्ययन किया है कि चुटकुलों पर लोग बेबसी से हँसते क्यों हैं। इस विषय को लेकर बहुत से सूक्ष्म प्रश्न सामने आते हैं, जैसे कि ऐसा क्यों है के एक ही चुटकुला जब एक आदमी सुनाये तो लोग हँसते हैं लेकिन दूसरा सुनाये तो नहीं हँसते? यह माना जाता है के कई चुटकुलों में तनाव के उतार-चढ़ाव का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। जैसे कि कुछ चुटकुले है कि - |
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:"लड़का(फ़ोन पे): हेल्लो तेरा लवर बोल रहा हूँ मेरी छम्मक छल्लो लड़की: तू चिंटू बोल रहा है क्या ? लड़का: अरे वाह मेरा नाम इतनी जल्दी पहचान गयी लड़की: तेरे पापा का नाम बंसीलाल ही हे ना लड़का: हां , बिलकुल सही लड़की: और तेरे दादा का नाम रामलाल है ? लड़का: अरे लगता हे तू मेरी दीवानी हो गयी हे , मेरी पूरी डिटेल रखने लगी हे तू लड़की: अबे हरामजादे , में तेरी बहन बोल रही हूँ , गलती से घर का नंबर लगा दिया हे तूने ? |
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:तू घर आ फिर बताती हु तुझे" |
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:"एक शराबी सडक पर जा रहा था अचानक फिसलकर वह कीचड में गिर गया उसी वक्त बिजली चमकी तो शराबी बोला-हे भगवान एक तो पहले कीचड में गिरा दिया और अब फोटो भी खींच रहे हो” |
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:"पती- हम साथ मिलकर करोना से लड़ेगे पत्नी- मुझे करोना से लडना नहीं जमेगा मैं तो आप के साथ ही लडूंगी" |
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:"एक बजुरग ओपरेशन टेवल पर लेटे थे बडा ओपरेशन होने वाला था और ओपरेशन उनका दामाद करने वाला था जब डोक्टर दामाद आया तो उनहोंने बडे प्यार से कहा बेटे में जानता हूँ के तुम मुझे कुछ नहीं होने दोगे अगर कुछ अनहोनी हो गयी तो तुम्हारी सास तुम्हारे साथ ही रहेगी फिर ओपरेशन सफल रहा" |
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:"पप्पू- तुम ओपरेशन कराये बिना ही अस्पताल से क्यों भाग आये?? चिंटू- नर्स बार-बार कह रही थी कि डरो मत , हिम्मत रखो, कुछ नहीं होगा, ये तो बस एक छोटा सा ओपरेशन है। पप्पू- तो इस में डरने वाली कौन सी बात है, सही ती कह रही थी नर्स चिंटू- साले, वो मुझ से नहीं डाक्टर से कह रही थी" |
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:"दो पागल पागलख़ाने से फ़रार हो गए। पुलिस उन्हें ढूँढती-ढूँढती थक गयी, तब कहीं जा कर उनमे से एक हाथ आया। |
:"दो पागल पागलख़ाने से फ़रार हो गए। पुलिस उन्हें ढूँढती-ढूँढती थक गयी, तब कहीं जा कर उनमे से एक हाथ आया। |
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:पुलिसवाले ने उस से पूछा - "भई, तेरा साथी कहाँ है?" |
:पुलिसवाले ने उस से पूछा - "भई, तेरा साथी कहाँ है?" |
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:पुलीसवाले ने कहा - "अरे! तू तो बिलकुल पागल नहीं लगता। हम पागलख़ाने से बात कर के तुझे रिहा करवा लेंगे। अच्छा, तो बता वो गया कहाँ? निकलते ही भाग गया क्या?" |
:पुलीसवाले ने कहा - "अरे! तू तो बिलकुल पागल नहीं लगता। हम पागलख़ाने से बात कर के तुझे रिहा करवा लेंगे। अच्छा, तो बता वो गया कहाँ? निकलते ही भाग गया क्या?" |
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:पागल ने कहा - "नहीं, नदी में गीला हो गया था न, इसलिए मैंने उसे सूखने के लिए लटका दिया।" |
:पागल ने कहा - "नहीं, नदी में गीला हो गया था न, इसलिए मैंने उसे सूखने के लिए लटका दिया।" |
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:'''पप्पू''': ''आई लव यू''.,'''पप्पू''': तुम मुझसे कितना प्यार करती हो? '''पिंकी''': जितना तुम करते हो.'''पप्पू''': अच्छा बेटी, मतलब तू भी बस टाइम पास कर रही थी. |
:'''"पप्पू''': ''आई लव यू''.,'''पप्पू''': तुम मुझसे कितना प्यार करती हो? '''पिंकी''': जितना तुम करते हो.'''पप्पू''': अच्छा बेटी, मतलब तू भी बस टाइम पास कर रही थी." |
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:डॉक्टर - रात में टेंशन लेकर नहीं सोना चाहिए! मरीज - तो क्या मायके भेज दें... |
:"डॉक्टर - रात में टेंशन लेकर नहीं सोना चाहिए! मरीज - तो क्या मायके भेज दें..." |
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:सुरेश सूट सिलवाने दर्जी के पास गया। दर्जी ने कपड़ा नापा और बोला : " कपड़ा कम है। " वो दूसरे दर्जी के पास चला गया। |
:"सुरेश सूट सिलवाने दर्जी के पास गया। दर्जी ने कपड़ा नापा और बोला : " कपड़ा कम है। " वो दूसरे दर्जी के पास चला गया। |
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:उसने नाप लेने के बाद कहा : " आप 2 दिन बाद सूट ले जाइए। " दो दिन बाद सुरेश सूट लिया और पैसे दे रहा था कि, दर्जी का 5 साल का लड़का आ गया। उसने भी बिल्कुल उसी कपड़े का सूट पहन रखा था। सुरेश पहले वाले दर्जी के पास गया और बोला :" तुम तो कहते थे कि, कपड़ा कम है, लेकिन उस दूसरे दर्जी ने उसी कपड़े से न केवल मेरा, बल्कि अपने लड़के का भी सूट बना लिया। " दर्जी बोला : 'वाको छोरो 5 साल को है और मारो 13 साल |
:उसने नाप लेने के बाद कहा : " आप 2 दिन बाद सूट ले जाइए। " दो दिन बाद सुरेश सूट लिया और पैसे दे रहा था कि, दर्जी का 5 साल का लड़का आ गया। उसने भी बिल्कुल उसी कपड़े का सूट पहन रखा था। सुरेश पहले वाले दर्जी के पास गया और बोला :" तुम तो कहते थे कि, कपड़ा कम है, लेकिन उस दूसरे दर्जी ने उसी कपड़े से न केवल मेरा, बल्कि अपने लड़के का भी सूट बना लिया। " दर्जी बोला : 'वाको छोरो 5 साल को है और मारो 13 साल को'।" |
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इस लतीफ़े में शुरू में पागलों के भाग उठने से तनाव पैदा होता है। और फिर लगता है के यह तो पागल है ही नहीं, इसलिए तनाव कम होता है लेकिन थोड़ा सा शक़ बना रहता है। और फिर एकदम से तनाव फिर से भड़क उठता है। किसी भी लतीफ़े में यह ज़रूरी है के तनाव का यह उतार-चढ़ाव आकस्मिक लगे, यानि जहां तनाव बढ़ने कि उम्मीद हो वहाँ उल्टा घट जाए और जहां घटने कि संभावना लगे वहां उल्टा बढ़ जाए। अच्छे चुटकुला सुनाने वाले इस तनाव के बहाव को अपने नियंत्रण में रखते हैं। कुछ लतीफ़ों में तनाव का इतना उतार-चढ़ाव नहीं होता लेकिन उनमें भी उम्मीद से कुछ विपरीत होता है जो व्यंग्यपूर्ण ढंग से चौंका जाए। |
इस लतीफ़े में शुरू में पागलों के भाग उठने से तनाव पैदा होता है। और फिर लगता है के यह तो पागल है ही नहीं, इसलिए तनाव कम होता है लेकिन थोड़ा सा शक़ बना रहता है। और फिर एकदम से तनाव फिर से भड़क उठता है। किसी भी लतीफ़े में यह ज़रूरी है के तनाव का यह उतार-चढ़ाव आकस्मिक लगे, यानि जहां तनाव बढ़ने कि उम्मीद हो वहाँ उल्टा घट जाए और जहां घटने कि संभावना लगे वहां उल्टा बढ़ जाए। अच्छे चुटकुला सुनाने वाले इस तनाव के बहाव को अपने नियंत्रण में रखते हैं। कुछ लतीफ़ों में तनाव का इतना उतार-चढ़ाव नहीं होता लेकिन उनमें भी उम्मीद से कुछ विपरीत होता है जो व्यंग्यपूर्ण ढंग से चौंका जाए। |
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== बाहरी कड़ियाँ == |
== बाहरी कड़ियाँ == |
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[https://www.kuchkhastech.info/2018/09/10-majedar-chutkule-in-hindi.html 100 मजेदार चुटकुले]<br /> |
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[[श्रेणी:व्यंग्य]] |
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[[श्रेणी:पारम्परिक कथाएँ]] |
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15:40, 29 जून 2021 का अवतरण
किसी घटना की हास्यास्पद प्रस्तुति को चुटकुला या परिहास कहते हैं। इसे अंग्रेज़ी में 'जोक' (joke) कहते हैं और इसे लतीफ़ा भी कहा जाता है। अक्सर कहा जाता है के "लतीफ़े की जान आख़री जुमले (अंतिम वाक्य) में होती है" - अंग्रेज़ी में इस वाक्य को 'पंचलाइन' (punchline) कहते हैं। लतीफ़ा एक छोटी सी कहानी हो सकता है या एक लघु वाक्यांश या वाक्य के रूप में भी हो सकता है। लतीफे प्राय: मित्रों एवं दर्शकों के मनोरंजन के सरल साधन हैं। चुटकुले सुनाने का उद्देश्य अट्टहास पैदा करना होता है। किन्तु किन्हीं कारणों से जब ऐसा नहीं हो पाता तो कभी-कभी चुटकुले का ही मजाक उड़ा दिया जाता है। चुटकुलो से मनुष्य का मनोरंजन भी किया जा सकता है तथा मनुष्य के स्वभाव को कुछ समय के लिये बदला जा सकता हैं।
चुटकुलों पर हंसी क्यों आती है
मनोवैज्ञानिकों और साहित्य पर अनुसन्धान करने वालों ने इस प्रश्न पर काफी गहराई से अध्ययन किया है कि चुटकुलों पर लोग बेबसी से हँसते क्यों हैं। इस विषय को लेकर बहुत से सूक्ष्म प्रश्न सामने आते हैं, जैसे कि ऐसा क्यों है के एक ही चुटकुला जब एक आदमी सुनाये तो लोग हँसते हैं लेकिन दूसरा सुनाये तो नहीं हँसते? यह माना जाता है के कई चुटकुलों में तनाव के उतार-चढ़ाव का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। जैसे कि कुछ चुटकुले है कि -
- "लड़का(फ़ोन पे): हेल्लो तेरा लवर बोल रहा हूँ मेरी छम्मक छल्लो लड़की: तू चिंटू बोल रहा है क्या ? लड़का: अरे वाह मेरा नाम इतनी जल्दी पहचान गयी लड़की: तेरे पापा का नाम बंसीलाल ही हे ना लड़का: हां , बिलकुल सही लड़की: और तेरे दादा का नाम रामलाल है ? लड़का: अरे लगता हे तू मेरी दीवानी हो गयी हे , मेरी पूरी डिटेल रखने लगी हे तू लड़की: अबे हरामजादे , में तेरी बहन बोल रही हूँ , गलती से घर का नंबर लगा दिया हे तूने ?
- तू घर आ फिर बताती हु तुझे"
- "एक शराबी सडक पर जा रहा था अचानक फिसलकर वह कीचड में गिर गया उसी वक्त बिजली चमकी तो शराबी बोला-हे भगवान एक तो पहले कीचड में गिरा दिया और अब फोटो भी खींच रहे हो”
- "पती- हम साथ मिलकर करोना से लड़ेगे पत्नी- मुझे करोना से लडना नहीं जमेगा मैं तो आप के साथ ही लडूंगी"
- "एक बजुरग ओपरेशन टेवल पर लेटे थे बडा ओपरेशन होने वाला था और ओपरेशन उनका दामाद करने वाला था जब डोक्टर दामाद आया तो उनहोंने बडे प्यार से कहा बेटे में जानता हूँ के तुम मुझे कुछ नहीं होने दोगे अगर कुछ अनहोनी हो गयी तो तुम्हारी सास तुम्हारे साथ ही रहेगी फिर ओपरेशन सफल रहा"
- "पप्पू- तुम ओपरेशन कराये बिना ही अस्पताल से क्यों भाग आये?? चिंटू- नर्स बार-बार कह रही थी कि डरो मत , हिम्मत रखो, कुछ नहीं होगा, ये तो बस एक छोटा सा ओपरेशन है। पप्पू- तो इस में डरने वाली कौन सी बात है, सही ती कह रही थी नर्स चिंटू- साले, वो मुझ से नहीं डाक्टर से कह रही थी"
- "दो पागल पागलख़ाने से फ़रार हो गए। पुलिस उन्हें ढूँढती-ढूँढती थक गयी, तब कहीं जा कर उनमे से एक हाथ आया।
- पुलिसवाले ने उस से पूछा - "भई, तेरा साथी कहाँ है?"
- उसने कहा - "दरअसल वो भागा था, मैं तो उसे वापस लाने उसके पीछे भागा था।"
- पुलिसवाले ने कहा - "शाबाश, यह तो बहुत अच्छा किया। फिर, वो मिला?"
- उसने कहा - "वो भागकर नदी में गिर गया था और डूब रहा था। नदी में भयंकर बाढ़ आई हुई थी। मुझे तैरना आता है, इसलिए अन्दर जा कर किसी तरह उसे बचाया और बाहर निकला।"
- पुलीसवाले ने कहा - "अरे! तू तो बिलकुल पागल नहीं लगता। हम पागलख़ाने से बात कर के तुझे रिहा करवा लेंगे। अच्छा, तो बता वो गया कहाँ? निकलते ही भाग गया क्या?"
- पागल ने कहा - "नहीं, नदी में गीला हो गया था न, इसलिए मैंने उसे सूखने के लिए लटका दिया।"
- "पप्पू: आई लव यू.,पप्पू: तुम मुझसे कितना प्यार करती हो? पिंकी: जितना तुम करते हो.पप्पू: अच्छा बेटी, मतलब तू भी बस टाइम पास कर रही थी."
- "डॉक्टर - रात में टेंशन लेकर नहीं सोना चाहिए! मरीज - तो क्या मायके भेज दें..."
- "सुरेश सूट सिलवाने दर्जी के पास गया। दर्जी ने कपड़ा नापा और बोला : " कपड़ा कम है। " वो दूसरे दर्जी के पास चला गया।
- उसने नाप लेने के बाद कहा : " आप 2 दिन बाद सूट ले जाइए। " दो दिन बाद सुरेश सूट लिया और पैसे दे रहा था कि, दर्जी का 5 साल का लड़का आ गया। उसने भी बिल्कुल उसी कपड़े का सूट पहन रखा था। सुरेश पहले वाले दर्जी के पास गया और बोला :" तुम तो कहते थे कि, कपड़ा कम है, लेकिन उस दूसरे दर्जी ने उसी कपड़े से न केवल मेरा, बल्कि अपने लड़के का भी सूट बना लिया। " दर्जी बोला : 'वाको छोरो 5 साल को है और मारो 13 साल को'।"
- "स्टोरकीपर- चीनी यहाँ नहीं मिलती ? सरदार- हम पागल नहीं हैं, पढ़ें लिखे हैं,दवा पर लिखा है शुगर फ्री (Sugar free) चीनी तो तुम्हारा बाप भी देगा हाँ"
इस लतीफ़े में शुरू में पागलों के भाग उठने से तनाव पैदा होता है। और फिर लगता है के यह तो पागल है ही नहीं, इसलिए तनाव कम होता है लेकिन थोड़ा सा शक़ बना रहता है। और फिर एकदम से तनाव फिर से भड़क उठता है। किसी भी लतीफ़े में यह ज़रूरी है के तनाव का यह उतार-चढ़ाव आकस्मिक लगे, यानि जहां तनाव बढ़ने कि उम्मीद हो वहाँ उल्टा घट जाए और जहां घटने कि संभावना लगे वहां उल्टा बढ़ जाए। अच्छे चुटकुला सुनाने वाले इस तनाव के बहाव को अपने नियंत्रण में रखते हैं। कुछ लतीफ़ों में तनाव का इतना उतार-चढ़ाव नहीं होता लेकिन उनमें भी उम्मीद से कुछ विपरीत होता है जो व्यंग्यपूर्ण ढंग से चौंका जाए।
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ