"परमाणु क्रमांक": अवतरणों में अंतर
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[[File:Atomic number depiction.jpg|thumb|Atomic Number Depiction|300px|right|[[हिलियम]] के [[परमाणु]] में दो [[प्रोटोन]] होते हैं इसलिए उसका परमाणु क्रमांक भी 2 है। इसके अलावा इस परमाणु में दो [[न्यूट्रॉन]] भी होते हैं जिसके कारण इसकी [[द्रव्यमान संख्या]] 4 होती है (दो प्रोटोन और दो न्यूट्रॉन)]] |
[[File:Atomic number depiction.jpg|thumb|Atomic Number Depiction|300px|right|[[हिलियम]] के [[परमाणु]] में दो [[प्रोटोन]] होते हैं इसलिए उसका परमाणु क्रमांक भी 2 है। इसके अलावा इस परमाणु में दो [[न्यूट्रॉन]] भी होते हैं जिसके कारण इसकी [[द्रव्यमान संख्या]] 4 होती है (दो प्रोटोन और दो न्यूट्रॉन)]] |
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[[रसायन विज्ञान]] एवं [[भौतिकी]] में सभी [[तत्व|तत्वों]] का अलग-अलग '''परमाणु क्रमांक''' (atomic number) है जो एक तत्व को दूसरे तत्व से अलग करता है। किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके तत्व के [[नाभिक]] में स्थित [[प्रोटॉन|प्रोटॉनों]] की संख्या के बराबर होता है। इसे '''Z''' प्रतीक से प्रदर्शित किया जाता है। किसी आवेशरहित [[परमाणु]] पर [[ |
[[रसायन विज्ञान]] एवं [[भौतिकी]] में सभी [[तत्व|तत्वों]] का अलग-अलग '''परमाणु क्रमांक''' (atomic number) है जो एक तत्व को दूसरे तत्व से अलग करता है। किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके तत्व के [[नाभिक]] में स्थित [[प्रोटॉन|प्रोटॉनों]] की संख्या के बराबर होता है। इसे '''Z''' प्रतीक से प्रदर्शित किया जाता है। किसी आवेशरहित [[परमाणु]] पर [[इलेक्ट्रॉन|इलेक्ट्रॉनों]] की संख्या भी परमाणु क्रमांक के बराबर होती है। रासायनिक तत्वों को उनके बढते हुए परमाणु क्रमांक के क्रम में विशेष रीति से सजाने से [[आवर्त सारणी]] का निर्माण होता है जिससे अनेक रासायनिक एवं भौतिक गुण स्वयं स्पष्ट हो जाते हैं।<ref name="dm1869">[http://www.aip.org/history/curie/periodic.htm The Periodic Table of Elements] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20150910143402/https://www.aip.org/history/curie/periodic.htm |date=10 सितंबर 2015 }}, American Institute of Physics</ref><ref>[http://www.rsc.org/chemsoc/visualelements/pages/history_ii.html The Development of the Periodic Table] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20120726030605/http://www.rsc.org/chemsoc/visualelements/pages/history_ii.html |date=26 जुलाई 2012 }}, Royal Society of Chemistry</ref> |
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03:52, 30 जनवरी 2021 का अवतरण
रसायन विज्ञान एवं भौतिकी में सभी तत्वों का अलग-अलग परमाणु क्रमांक (atomic number) है जो एक तत्व को दूसरे तत्व से अलग करता है। किसी तत्व का परमाणु क्रमांक उसके तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉनों की संख्या के बराबर होता है। इसे Z प्रतीक से प्रदर्शित किया जाता है। किसी आवेशरहित परमाणु पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या भी परमाणु क्रमांक के बराबर होती है। रासायनिक तत्वों को उनके बढते हुए परमाणु क्रमांक के क्रम में विशेष रीति से सजाने से आवर्त सारणी का निर्माण होता है जिससे अनेक रासायनिक एवं भौतिक गुण स्वयं स्पष्ट हो जाते हैं।[1][2]
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समस्थानिक
कुछ रासायनिक तत्व ऐसे भी हैं जिनके नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या (अर्थात परमाणु क्रमांक) तो समान होता है किन्तु उनके नाभिक में न्युट्रॉनों की संख्या अलग-अलग होती है। ऐसे परमाणु समस्थानिक (isotope) कहलाते हैं। इनके रासायनिक गुण तो प्रायः समान होते हैं किन्तु कुछ भौतिक गुण भिन्न होते हैं। पाठ 195
इन्हें भी देखें
- आवर्त सारणी का इतिहास
- परमाणु भार
- समस्थानिक (आइसोटोप)
सन्दर्भ
- ↑ The Periodic Table of Elements Archived 2015-09-10 at the वेबैक मशीन, American Institute of Physics
- ↑ The Development of the Periodic Table Archived 2012-07-26 at the वेबैक मशीन, Royal Society of Chemistry