"मध्य प्रदेश के ज़िले": अवतरणों में अंतर

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•१९५६ में गठन के समय कुल जिले ४३ थे।
•1956 में गठन के समय कुल जिले 43 थे।


•1972 में जिले बनाए गए ४३+=४५
•1972 में 2 जिले बनाए गए 43+2=45
-भोपाल
-भोपाल
-राजनांदगांव
-राजनांदगांव


•१९९८ में बड़े जिलों से १६ नए जिले बनाए गए जिनसे मध्यप्रदेश में कुल जिलों की संख्या ६१ हो गई। ४५+१६=६१
•1998 में बड़े जिलों से 16 नए जिले बनाए गए जिनसे मध्यप्रदेश में कुल जिलों की संख्या 61 हो गई। 45+16=61
जिनमें से १६ जो नए जिले बनाए थे उनमें से जिले वर्तमान में मध्यप्रदेश में है।
जिनमें से 16 जो नए जिले बनाए थे उनमें से 7 जिले वर्तमान में मध्यप्रदेश में है।


•२००० में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया और १६ जिले इस राज्य में दिए गए इस प्रकार मध्यप्रदेश में जिलों कि संख्या पुनः ४५ हो गई।
•2000 में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया और 16 जिले इस राज्य में दिए गए इस प्रकार मध्यप्रदेश में जिलों कि संख्या पुनः 45 हो गई।


•छत्तीसगढ़ विभाजन के समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे।
•छत्तीसगढ़ विभाजन के समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे।


•२००३ में पुनः नए जिले बनाए गए इस समय मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती जी थे जो कि मध्यप्रदेश की प्रथम महिला सीएम है।
•2003 में पुनः 3 नए जिले बनाए गए इस समय मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती जी थे जो कि मध्यप्रदेश की प्रथम महिला सीएम है।
तीन नए जिले इस प्रकार है -
तीन नए जिले इस प्रकार है -
-अनूपपुर
-अनूपपुर
-बुरहानपुर
-बुरहानपुर
-अशोकनगर
-अशोकनगर
इस प्रकार जिलों कि कुल संख्या ४५+=४८ हो गई।
इस प्रकार जिलों कि कुल संख्या 45+3=48 हो गई।


•२००८ में नए जिले बनाए गए इस समय सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान थे।
•2008 में 2 नए जिले बनाए गए इस समय सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान थे।
-अलीराजपुर (झाबुआ से)
-अलीराजपुर (झाबुआ से)
-सिंगरोली (सीधी से)
-सिंगरोली (सीधी से)
जिलों की संख्या ४८+=५०
जिलों की संख्या 48+2=50


•१६ अगस्त २०१३ में एक नया जिला बनाया गया।
•16 अगस्त 2013 में एक नया जिला बनाया गया।
-आगर मालवा (शाजापुर से)
-आगर मालवा (शाजापुर से)
कुल जिले ५०+=५१
कुल जिले 50+1=51


•१ अक्टूबर २०१८ में एक ओर नया जिला बनाया गया।
•1 अक्टूबर 2018 में एक ओर नया जिला बनाया गया।


-निवाड़ी (टीकमगढ़ से)
-निवाड़ी (टीकमगढ़ से)
कुल जिले ५१+=५२
कुल जिले 51+1=52


•१८ मार्च २०२० को नए जिलों को मंजूरी प्रदान की गई।
•18 मार्च 2020 को 3 नए जिलों को मंजूरी प्रदान की गई।
सीएम - श्री कमलनाथ
सीएम - श्री कमलनाथ


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-नागदा (उज्जैन से)
-नागदा (उज्जैन से)
-चाचौड़ा (गुना से)
-चाचौड़ा (गुना से)
इस प्रकार मध्यप्रदेश में कुल जिले ५२+=५५
इस प्रकार मध्यप्रदेश में कुल जिले 52+3=55


इसी प्रकार मध्यप्रदेश में वर्तमान में कुल ५५ जिले और १० संभाग है।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश में वर्तमान में कुल 55 जिले और 10 संभाग है।


==सन्दर्भ==
==सन्दर्भ==

14:43, 23 जनवरी 2021 का अवतरण

•मध्यप्रदेश में मार्च २०२० से जिलों कि कुल संख्या ५५ हो चुकी है।

इतिहास

•1956 में गठन के समय कुल जिले 43 थे।

•1972 में 2 जिले बनाए गए 43+2=45

 -भोपाल
 -राजनांदगांव

•1998 में बड़े जिलों से 16 नए जिले बनाए गए जिनसे मध्यप्रदेश में कुल जिलों की संख्या 61 हो गई। 45+16=61 जिनमें से 16 जो नए जिले बनाए थे उनमें से 7 जिले वर्तमान में मध्यप्रदेश में है।

•2000 में मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाया गया और 16 जिले इस राज्य में दिए गए इस प्रकार मध्यप्रदेश में जिलों कि संख्या पुनः 45 हो गई।

•छत्तीसगढ़ विभाजन के समय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे।

•2003 में पुनः 3 नए जिले बनाए गए इस समय मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती जी थे जो कि मध्यप्रदेश की प्रथम महिला सीएम है। तीन नए जिले इस प्रकार है -

-अनूपपुर
-बुरहानपुर
-अशोकनगर

इस प्रकार जिलों कि कुल संख्या 45+3=48 हो गई।

•2008 में 2 नए जिले बनाए गए इस समय सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान थे।

-अलीराजपुर (झाबुआ से)
-सिंगरोली (सीधी से)

जिलों की संख्या 48+2=50

•16 अगस्त 2013 में एक नया जिला बनाया गया।

-आगर मालवा (शाजापुर से)

कुल जिले 50+1=51

•1 अक्टूबर 2018 में एक ओर नया जिला बनाया गया।

-निवाड़ी (टीकमगढ़ से)

कुल जिले 51+1=52

•18 मार्च 2020 को 3 नए जिलों को मंजूरी प्रदान की गई। सीएम - श्री कमलनाथ

-मैहर (सतना से)
-नागदा (उज्जैन से)
-चाचौड़ा (गुना से)

इस प्रकार मध्यप्रदेश में कुल जिले 52+3=55

इसी प्रकार मध्यप्रदेश में वर्तमान में कुल 55 जिले और 10 संभाग है।

सन्दर्भ