"मरूद्यान": अवतरणों में अंतर

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मरूस्थलीय इलाकों में मरूद्यानों का हमेशा से व्यापार तथा परिवहन मार्गों के लिए विशेष महत्व का रहा है। पानी एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए काफिलों का मरूद्यानों से होकर गुज़रना आवश्यक है इसीलिए अधिकतर मामलों में किसी मरूद्यान पर राजनीतिक अथवा सैन्य नियंत्रण का तात्पर्य उस मार्ग पर होने वाले व्यापार पर नियंत्रण से भी है। उदहारण के तौर पर आधुनिक [[लीबिया]] में स्थित औजिला, घडामेस एवं कुफ्रा के मरूद्यान कई अवसरों पर सहारा के उत्तर-दक्षिणी एवं पूर्व-पश्चिमी व्यापार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।
मरूस्थलीय इलाकों में मरूद्यानों का हमेशा से व्यापार तथा परिवहन मार्गों के लिए विशेष महत्व का रहा है। पानी एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए काफिलों का मरूद्यानों से होकर गुज़रना आवश्यक है इसीलिए अधिकतर मामलों में किसी मरूद्यान पर राजनीतिक अथवा सैन्य नियंत्रण का तात्पर्य उस मार्ग पर होने वाले व्यापार पर नियंत्रण से भी है। उदहारण के तौर पर आधुनिक [[लीबिया]] में स्थित औजिला, घडामेस एवं कुफ्रा के मरूद्यान कई अवसरों पर सहारा के उत्तर-दक्षिणी एवं पूर्व-पश्चिमी व्यापार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।


[[चित्र:Peru Ica Oasis bluesky.png|right|thumb|इका, पेरू में हुआकाचीना नखलिस्तान]]
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मरूद्यान किसी जलस्रोत जैसे कि भूमिगत नदी अथवा [[आर्टीसियन कूप]] आदि से निर्मित होते हैं, जहां जल दबाव द्वारा प्राकृतिक रूप से अथवा मानव निर्मित कुओं द्वारा सतह तक पहुंच सकता है। समय समय पर होने वाली वृष्टि भी किसी मरूद्यान के भूमिगत स्रोत को प्राकृतिक को जल उपलब्ध कराती है, जैसे कि [[टुयात]]. अभेद्य चट्टान एवं पत्थर के अधःस्तर जल को रोक सकते हैं एवं उसे अवकाशों में बनाये रख सकते हैं; अथवा लम्बे उपसतही दरारों अथवा ज्वालामुखीय बांधो पर पानी जमा हो सकता है जो रिस कर सतह तक आ जाता है। यह जल प्रवासी पक्षियों द्वारा भी प्रयोग में लाया जाता है, जो अपनी बीट के द्वारा बीजों का प्रसार भी करते हैं जिसके फलस्वरूप जलनिकाय के चारों ओर पौधे और वृक्ष उग आते हैं।
मरूद्यान किसी जलस्रोत जैसे कि भूमिगत नदी अथवा [[आर्टीसियन कूप]] आदि से निर्मित होते हैं, जहां जल दबाव द्वारा प्राकृतिक रूप से अथवा मानव निर्मित कुओं द्वारा सतह तक पहुंच सकता है। समय समय पर होने वाली वृष्टि भी किसी मरूद्यान के भूमिगत स्रोत को प्राकृतिक को जल उपलब्ध कराती है, जैसे कि [[टुयात]]. अभेद्य चट्टान एवं पत्थर के अधःस्तर जल को रोक सकते हैं एवं उसे अवकाशों में बनाये रख सकते हैं; अथवा लम्बे उपसतही दरारों अथवा ज्वालामुखीय बांधो पर पानी जमा हो सकता है जो रिस कर सतह तक आ जाता है। यह जल प्रवासी पक्षियों द्वारा भी प्रयोग में लाया जाता है, जो अपनी बीट के द्वारा बीजों का प्रसार भी करते हैं जिसके फलस्वरूप जलनिकाय के चारों ओर पौधे और वृक्ष उग आते हैं।
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* [[अल अहसा मरूद्यान]], दुनिया में सबसे बड़ा,<ref>{{cite web | url=http://whc.unesco.org/en/list/1563/ | title=Al-Ahsa Oasis, an Evolving Cultural Landscape | publisher=UNESCO World Heritage | date=२०१८ | accessdate=9 नवम्बर 2019 | archive-url=https://web.archive.org/web/20191007081017/https://whc.unesco.org/en/list/1563/ | archive-date=7 अक्तूबर 2019 | url-status=live }}</ref> [[सउदी अरब|सऊदी अरब]].
* [[अल अहसा मरूद्यान]], दुनिया में सबसे बड़ा,<ref>{{cite web | url=http://whc.unesco.org/en/list/1563/ | title=Al-Ahsa Oasis, an Evolving Cultural Landscape | publisher=UNESCO World Heritage | date=२०१८ | accessdate=9 नवम्बर 2019 | archive-url=https://web.archive.org/web/20191007081017/https://whc.unesco.org/en/list/1563/ | archive-date=7 अक्तूबर 2019 | url-status=live }}</ref> [[सउदी अरब|सऊदी अरब]].
* [[अल क़तीफ़]], [[सउदी अरब|सऊदी अरब]], पर्शियन गल्फ के तट पर बड़े नखलिस्तान.
* [[अल क़तीफ़]], [[सउदी अरब|सऊदी अरब]], पर्शियन गल्फ के तट पर बड़े नख़लिस्तान.
* अज्रक, [[जार्डन|जॉर्डन]]
* अज्रक, [[जार्डन|जॉर्डन]]
* इन गेदी, [[इज़रायल|इसराइल]]
* इन गेदी, [[इज़रायल|इसराइल]]
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=== यूरोप ===
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* Herðubreiðarlindir, [[आइसलैंड]] के ऊंची जमीन का एक तथाकथित नखलिस्तान की तरह क्षेत्र{{fact|date= जनवरी 2010}}
* Herðubreiðarlindir, [[आइसलैंड]] के ऊंची जमीन का एक तथाकथित नख़लिस्तान की तरह क्षेत्र{{fact|date= जनवरी 2010}}


== इन्हें भी देखें ==
== इन्हें भी देखें ==

03:20, 14 सितंबर 2020 का अवतरण

ईनकेल्ट, यहूदिया मरूस्थल, इस्राइल में एक मरूद्यान

भौगोलिक संदर्भों में मरूद्यान, शाद्वल, मरूद्वीप, किसी मरूस्थल में किसी झरने, चश्मा या जल-स्रोत के आसपास स्थित एक ऐसा क्षेत्र होता है जहां किसी वनस्पति के उगने के लिए पर्याप्त अनुकूल परिस्थितियां उपलब्ध होती हैं। यदि यह क्षेत्र पर्याप्त रूप से बड़ा हो, तो यह पशुओं और मनुष्यों को भी प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराता है।

मरूस्थलीय इलाकों में मरूद्यानों का हमेशा से व्यापार तथा परिवहन मार्गों के लिए विशेष महत्व का रहा है। पानी एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए काफिलों का मरूद्यानों से होकर गुज़रना आवश्यक है इसीलिए अधिकतर मामलों में किसी मरूद्यान पर राजनीतिक अथवा सैन्य नियंत्रण का तात्पर्य उस मार्ग पर होने वाले व्यापार पर नियंत्रण से भी है। उदहारण के तौर पर आधुनिक लीबिया में स्थित औजिला, घडामेस एवं कुफ्रा के मरूद्यान कई अवसरों पर सहारा के उत्तर-दक्षिणी एवं पूर्व-पश्चिमी व्यापार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।

इका, पेरू में हुआकाचीना नख़लिस्तान

मरूद्यान किसी जलस्रोत जैसे कि भूमिगत नदी अथवा आर्टीसियन कूप आदि से निर्मित होते हैं, जहां जल दबाव द्वारा प्राकृतिक रूप से अथवा मानव निर्मित कुओं द्वारा सतह तक पहुंच सकता है। समय समय पर होने वाली वृष्टि भी किसी मरूद्यान के भूमिगत स्रोत को प्राकृतिक को जल उपलब्ध कराती है, जैसे कि टुयात. अभेद्य चट्टान एवं पत्थर के अधःस्तर जल को रोक सकते हैं एवं उसे अवकाशों में बनाये रख सकते हैं; अथवा लम्बे उपसतही दरारों अथवा ज्वालामुखीय बांधो पर पानी जमा हो सकता है जो रिस कर सतह तक आ जाता है। यह जल प्रवासी पक्षियों द्वारा भी प्रयोग में लाया जाता है, जो अपनी बीट के द्वारा बीजों का प्रसार भी करते हैं जिसके फलस्वरूप जलनिकाय के चारों ओर पौधे और वृक्ष उग आते हैं।

चित्र:MiddleSpring.jpg
फिश स्प्रिंग्स एनडब्ल्यूआर (NWR) के आसपास बंजर रेगिस्तान के साथ रसीला मध्य स्प्रिंग्स.

पौधों की खेती

सहारा के लीबिया के हिस्से में मरूद्यान

मरूद्यान के वासियों के लिए भूमि एवं जल के प्रयोग में एहतियात बरतना बेहद जरूरी है; खजूर, अंजीर, जैतून एवं खुबानी के पौधे उगाने के लिए भूमि की सिंचाई ज़रूरी है। किसी मरूद्यान में उगने वाले पेड़ों में सबसे अहम पेड़ खजूर का होता है, जो ऊपरी परत बनाता है। ये खजूर के पेड़ आड़ू जैसे छोटे पेड़ों जो मध्यवर्ती परत बनाते हैं को, छांव प्रदान करते हैं। विभिन्न परतों में पौधे उगाते हुए कृषक मिटटी और भूमि का सर्वोत्तम उपयोग करते हैं। बहुत सी सब्ज़ियां तथा कुछ अनाज भी उगाये जाते हैं, अधिक नमी वाली जगह पर गेहूँ, जौ एवं बाजरा जैसे अनाज उगाये जाते हैं।[1]

उल्लेखनीय मरूद्यान

अफ्रीका

  • गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के 2007 के संस्करण में मिस्र की नील नदी घाटी एवं डेल्टा का क्षेत्रफल 22,000 वर्ग किलोमीटर बताते हुए उसे दुनिया का सबसे बड़ा मरूद्यान कहा गया है।[तथ्य वांछित]
  • बहरिया मरूद्यान, मिस्र
  • फरफरा मरूद्यान, मिस्र
  • गैबेरून, लीबिया
  • कुफ्र मरूद्यान, लीबिया
  • एम्'ज़ाब घाटी, अल्जीरिया
  • उअर्ग्ला, अल्जीरिया
  • सिवा मरूद्यान, मिस्र
  • तफिलल्त, मोरक्को
  • तिमिमुं, अल्जीरिया
  • तोज़ेअर, ट्यूनीशिया
  • तुअत अल्जीरिया

अमरीका

फिश स्प्रिंग्स नैशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज, यूताह.
  • फिश स्प्रिंग्स नैशनल वाइल्डलाइफ रेफ्युज, यूएसए (USA)
  • हुआकाचीना, पेरू
  • ला सिनेगा, न्यू मैक्सिको, अ पेरेज ऑन एल (El) कैमिनो रियल दे तिएरा अदेनत्रों
  • अमेरिका की लास वेगास घाटी, जो कभी विशाल मोजावे मरुस्थल का एक मरूद्यान हुआ करती थी, वर्षों में 1.8 मिलियन लोगों की आबादी वाले प्रसिद्ध लास वेगास खंड में एक जीवंत महानगरीय इलाक़े में तब्दील हो चुकी है।[2]
  • मुलेगे, बाजा कैलिफोर्निया सुर, मेक्सिको
  • सैन इग्नासियो, बाजा कैलिफोर्निया सुर, मेक्सिको
  • सैन पेड्रो दे अटाकामा, चिली
  • ट्वेंटी नाइन पाम्स, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका

एशिया

इन गेदी, इसराइल

ऑस्ट्रेलिया

  • पाम घाटी, केन्द्रीय ऑस्ट्रेलिया

यूरोप

इन्हें भी देखें

  • ओसीफिकेशन
  • कानात
  • गुएल्टा

ग्रंथ-सूची

  • (फ्रेंच) संदर्भ: जार्डिन्स औ रेगिस्तान (विन्सेन्ट Battesti)

बत्तेस्ती (विन्सेन्ट), Jardins au désert, Evolution des pratiques et savoirs oasiens, Jérid tunisien, पैरिस, एडिशन, आईआरडी (IRD), कोल. एक ट्रेवर्स चैम्प्स, 2005, पृष्ठ 440. ISBN 2-7099-1564-2 ओपन पुरालेख: मुफ्त में / फ्रेंच में किताब

सन्दर्भ

  1. http://library.eb.co.uk/eb/article-9056610
  2. [5], http://www.lvol.com/lvoleg/hist/lvhist.html Archived 2010-11-10 at the वेबैक मशीन.
  3. "Al-Ahsa Oasis, an Evolving Cultural Landscape". UNESCO World Heritage. २०१८. मूल से 7 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 नवम्बर 2019.

बाहरी कड़ियाँ