"कलि संवत": अवतरणों में अंतर
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'''कलियुग संवत ''' भारत का प्राचीन संवत है जो [[३१०२ ईपू]] से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अर्जुन के पुत्र को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है। अन्य संवत |
'''कलियुग संवत ''' भारत का प्राचीन संवत है जो [[३१०२ ईपू]] से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अर्जुन के पुत्र को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है। इससे ३८ साल पहले [[युधिष्ठिर संवत]] प्रारंभ हुआ था अन्य संवत |
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* [[प्राचीन सप्तर्षि]] ६६७६ ईपू |
* [[प्राचीन सप्तर्षि]] ६६७६ ईपू |
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कलियुग संवत भारत का प्राचीन संवत है जो ३१०२ ईपू से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अर्जुन के पुत्र को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है। इससे ३८ साल पहले युधिष्ठिर संवत प्रारंभ हुआ था अन्य संवत
- प्राचीन सप्तर्षि ६६७६ ईपू
- सप्तर्षि संवत ३०७६ ईपू
- विक्रमी संवत ५७ ईपू
- शक संवत ७८
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