"अदानी समूह": अवतरणों में अंतर
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'''अदाणी समूह''' कोयला व्यापार, कोयला खनन,तथा बिजली निर्माता कम्पनी है। जिसका मुख्यालय मुम्बई में है। |
'''अदाणी समूह''' कोयला व्यापार, कोयला खनन,तथा बिजली निर्माता कम्पनी है। जिसका मुख्यालय मुम्बई में है। |
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अदानी ग्रुप को स्थापित करने वाले गौतम अदानी है। फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी 10 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं और अहमदाबाद के अरबपतियों में शुमार हैं। अदानी ग्रुप देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनियों में से एक है। गौतम अदानी का जन्म अहमदाबाद के निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था और वे कुल सात भाई-बहन थे। पढ़ाई लिखाई करने से पहले रोजी-रोटी का सवाल आ गया। नतीजा यह हुआ कि कॉलेज की पढ़ाई के बाद उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन पढ़ाई आगे बढ़ नहीं पाई। 18 वर्ष की उम्र में पैसे कमाने के लिए मुंबई भाग आए और एक डायमंड कंपनी में तीन-चार सौ रुपये की नौकरी पर लग गए। दो साल वहां काम करने के बाद गौतम अदानी ने झावेरी बाजार में खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट खोला। यहीं से उनकी जिंदगी पलटनी शुरू हो गई। वर्ष 1981 में अदानी के बड़े भाई मनसुखभाई ने प्लाटिक की एक यूनिट अहमदाबाद में लगाई और उन्होंने गौतम को कंपनी चलाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने बड़े भाई की पीवीसी यूनिट संभाली और धीरे-धीरे कारोबार आगे बढ़ाया। 1988 में उन्होंने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कंपनी अदानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। आज अदानी ग्रुप का कारोबाद दुनिया भर में फैला हुआ है। अदानी की पत्नी का नाम प्रीति है, जो कि पेशे से डेंटिस्ट हैं और अदानी फाउंडेशन की हेड हैं। अदानी के दो पुत्र हैं-करण और जीत। इतना ही नहीं अदानी के पास दो प्राइवेट जेट हैं, जिसमें उन्होंने बीचक्रॉफ्ट जेट 2005 में और हॉकर 2008 में खरीदी। |
अदानी ग्रुप को स्थापित करने वाले गौतम अदानी है। फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी 10 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं और अहमदाबाद के अरबपतियों में शुमार हैं। अदानी ग्रुप देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनियों में से एक है। गौतम अदानी का जन्म अहमदाबाद के निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था और वे कुल सात भाई-बहन थे। पढ़ाई लिखाई करने से पहले रोजी-रोटी का सवाल आ गया। नतीजा यह हुआ कि कॉलेज की पढ़ाई के बाद उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन पढ़ाई आगे बढ़ नहीं पाई। 18 वर्ष की उम्र में पैसे कमाने के लिए मुंबई भाग आए और एक डायमंड कंपनी में तीन-चार सौ रुपये की नौकरी पर लग गए। दो साल वहां काम करने के बाद गौतम अदानी ने झावेरी बाजार में खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट खोला। यहीं से उनकी जिंदगी पलटनी शुरू हो गई। वर्ष 1981 में अदानी के बड़े भाई मनसुखभाई ने प्लाटिक की एक यूनिट अहमदाबाद में लगाई और उन्होंने गौतम को कंपनी चलाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने बड़े भाई की पीवीसी यूनिट संभाली और धीरे-धीरे कारोबार आगे बढ़ाया। 1988 में उन्होंने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कंपनी अदानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। आज अदानी ग्रुप का कारोबाद दुनिया भर में फैला हुआ है। अदानी की पत्नी का नाम प्रीति है, जो कि पेशे से डेंटिस्ट हैं और अदानी फाउंडेशन की हेड हैं। अदानी के दो पुत्र हैं-करण और जीत। इतना ही नहीं अदानी के पास दो प्राइवेट जेट हैं, जिसमें उन्होंने बीचक्रॉफ्ट जेट 2005 में और हॉकर 2008 में खरीदी। |
08:24, 10 अप्रैल 2020 का अवतरण
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अदाणी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन,तथा बिजली निर्माता कम्पनी है। जिसका मुख्यालय मुम्बई में है। अदानी ग्रुप को स्थापित करने वाले गौतम अदानी है। फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी 10 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं और अहमदाबाद के अरबपतियों में शुमार हैं। अदानी ग्रुप देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनियों में से एक है। गौतम अदानी का जन्म अहमदाबाद के निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था और वे कुल सात भाई-बहन थे। पढ़ाई लिखाई करने से पहले रोजी-रोटी का सवाल आ गया। नतीजा यह हुआ कि कॉलेज की पढ़ाई के बाद उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन पढ़ाई आगे बढ़ नहीं पाई। 18 वर्ष की उम्र में पैसे कमाने के लिए मुंबई भाग आए और एक डायमंड कंपनी में तीन-चार सौ रुपये की नौकरी पर लग गए। दो साल वहां काम करने के बाद गौतम अदानी ने झावेरी बाजार में खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट खोला। यहीं से उनकी जिंदगी पलटनी शुरू हो गई। वर्ष 1981 में अदानी के बड़े भाई मनसुखभाई ने प्लाटिक की एक यूनिट अहमदाबाद में लगाई और उन्होंने गौतम को कंपनी चलाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने बड़े भाई की पीवीसी यूनिट संभाली और धीरे-धीरे कारोबार आगे बढ़ाया। 1988 में उन्होंने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कंपनी अदानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। आज अदानी ग्रुप का कारोबाद दुनिया भर में फैला हुआ है। अदानी की पत्नी का नाम प्रीति है, जो कि पेशे से डेंटिस्ट हैं और अदानी फाउंडेशन की हेड हैं। अदानी के दो पुत्र हैं-करण और जीत। इतना ही नहीं अदानी के पास दो प्राइवेट जेट हैं, जिसमें उन्होंने बीचक्रॉफ्ट जेट 2005 में और हॉकर 2008 में खरीदी।
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